● सेवा, समर्पण और संगठन का संगम, क्षत्रिय सेवा सद्भाव समिति में नवीन नेतृत्व का शुभारंभ
● समिति अध्यक्ष बने डॉ0 राजवीर सिंह तो शिशिर सिंह ने संभाली सचिव की कमान, रामवीर सिंह बने रहेंगे कोषाध्यक्ष
लखनऊ। सामाजिक चेतना, परंपरा और सेवा के आदर्शों को आत्मसात किए हुए क्षत्रिय सेवा सद्भाव समिति की एक गरिमामयी बैठक सीतापुर रोड स्थित “अमृत सरोवर” के भव्य सभागार में संपन्न हुई। यह अवसर केवल एक बैठक का नहीं, अपितु एक नए विश्वास, नई ऊर्जा और समर्पण के संकल्प का प्रतीक बन गया।
बैठक में सर्वसम्मति से डॉ0 राजवीर सिंह को समिति का नवीन अध्यक्ष मनोनीत किया गया। उनके शांत स्वभाव, स्पष्ट दृष्टि और सामाजिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें इस दायित्व के लिए सहज रूप से उपयुक्त बना दिया। साथ ही युवा उत्साह एवं संगठन क्षमता के प्रतीक शिशिर सिंह को सचिव के रूप में समिति की बागडोर सौंपी गई। उल्लेखनीय है कि रामवीर सिंह को पुनः कोषाध्यक्ष का उत्तरदायित्व सौंपा गया, यह समिति के प्रति उनके अपार समर्पण और निष्कलंक सेवा का प्रमाण है।
इस अवसर पर समिति के संरक्षक विनोद सिंह एवं डॉ. अरुण सिंह, निवर्तमान अध्यक्ष सूरज सिंह, पूर्वाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह, निवर्तमान सचिव अरुण सिंह, तथा वरिष्ठ जनों में चंद्रशेखर सिंह, जितेन्द्र प्रताप सिंह जैसे सम्मानित नाम मंच पर आलोकित रहे। सभा में उपस्थित सभी गणमान्य सदस्यगण रमेश सिंह, मानवेन्द्र सिंह, पंकज चौहान, अखिलेश सिंह, हरिवंश भदौरिया, डॉ. इन्द्रेश राजावत, अमित सिंह चौहान 'बंटी' आदि ने अपने विचारों से वातावरण को ऊर्जस्वित किया।
यह बैठक केवल नामों की घोषणा नहीं थी, यह उस परंपरा की पुनर्पुष्टि थी जिसमें संगठन की शक्ति, समरसता का सूत्र और समाजसेवा का संकल्प समाहित होता है। समिति की यह नई कार्यकारिणी समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य, युवा उत्थान और सामाजिक समरसता जैसे क्षेत्रों में नवाचार और सेवा का संकल्प लेकर आगे बढ़ेगी। सभा के अंत में सभी सदस्यों ने एकस्वर में यह प्रतिज्ञा की कि हम सेवा को धर्म मानकर, संगठन को शक्ति मानकर, और समाज को परिवार मानकर अपने पथ पर अडिग रहेंगे।
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