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गुरुवार, 1 मई 2025

भारत विकास परिषद संस्कृति शाखा लखीमपुर खीरी ने आयोजित किया श्रमिक सम्मान समारोह

🔘  लखीमपुर खीरी में गूंजा ‘श्रमिक दिवस’ का जयघोष

लखीमपुर खीरी। जहाँ हाथों की लकीरें मिट जाती हैं परिश्रम की धारा में, जहाँ श्रम के पसीने से भविष्य का स्वर्णिम सूर्य उगता है, ऐसे ही कर्मवीरों को समर्पित एक मधुर संध्या का साक्षी बना लखीमपुर खीरी। अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के पावन अवसर पर भारत विकास परिषद, संस्कृति शाखा लखीमपुर खीरी द्वारा एक "श्रमिक सम्मान समारोह" का भव्य आयोजन किया गया।

यह आयोजन सांवरिया गृह उद्योग, निकट बालाजी ब्रिक्स, बनवारीपुर में सायं 4 बजे आरंभ हुआ। स्थल तक पहुँचने वाली राह सुआगाड़ा से रपटा पुल पार कर महेवागंज रोड पर बाईं ओर जैसे किसी तपोभूमि की ओर ले जा रही थी, जहाँ श्रम ही साधना है और श्रमिक ही संत। समारोह का उद्देश्य केवल सम्मान करना नहीं था, बल्कि उन हाथों को प्रणाम करना था जिन्होंने ईंट-पत्थरों को आकार देकर घर बनाए, रास्ते बनाए, और एक सशक्त राष्ट्र की नींव रखी। इस प्रेरणास्पद अवसर पर समारोह की अध्यक्षता कर रहे परिषद के अध्यक्ष एड0 आर्येंद्र पाल सिंह ने भावविभोर शब्दों में कहा श्रमिक केवल श्रमिक नहीं, वे इस राष्ट्र के अदृश्य शिल्पकार हैं। जब हम ऊँचाईयों की ओर देखते हैं, तो हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उन ऊँचाइयों की नींव इन्हीं हाथों ने रखी है। आज हम उनका सम्मान नहीं कर रहे, बल्कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। 

इससे पूर्व कार्यक्रम का संचालन कर रहे शाखा सचिव एड0 अरविंद कुमार मिश्रा ने कहा कि हमारे देश की प्रगति और समृद्धि में श्रमिकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस आयोजन में श्रमिकों के चेहरों पर जो आत्मगौरव की चमक थी, वह किसी अलंकरण से कहीं अधिक मूल्यवान थी। तालियों की गूंज में भावनाओं की गरिमा और आभार की आत्मा समाहित थी। स्थानीय गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति और परिषद के अन्य सदस्यों की सहभागिता ने आयोजन को और अधिक प्रेरणादायक बना दिया। यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, एक संदेश था कि जब तक श्रमिक हैं, तब तक सभ्यता साँस लेती है; और जब तक उनका सम्मान होता रहेगा, तब तक मानवता जीवित रहेगी। 

इस अवसर पर सांवरिया गृह उद्योग के सम्मानित होने वाले श्रमिकों मेंआदर्श मिश्रा, रोहित यादव, सुखविंद कुमार, कमल वर्मा, कृष्णा तिवारी, उस्मान अली, उमेश यादव, अंकित कश्यप व शुभम अवस्थी सम्मिलित हुये। कार्यक्रम में सांवरिया गृह उद्योग की प्रोपराइटर रचना अग्रवाल ने श्रमिक दिवस के अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए और श्रमिकों को विकास की गाड़ी का इंजन बताया। इसी क्रम में अमित अग्रवाल व रोहित अग्रवाल ने भी अपने विचारों को साझा किया और अपने कर्मठ श्रमिकों के सम्मान से वे भावविभोर हुये तथा संस्कृति शाखा की इस पहल की सराहना की। 

कार्यक्रम में शाखाध्यक्ष आर्येन्द्र पाल सिंह, सचिव अरविन्द कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष सुनीता शुक्ला, मंजू सक्सेना,मोनी पाण्डेय, अनम शुक्ला आदि लोग सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन फैक्ट्री संचालकों द्वारा संस्था सदस्यों को फैक्ट्री भ्रमण करवा कर किया गया। स्वचालित मशीनों से सूजी के द्वारा पास्ता, माइक्रोनी व सिंवईं का निर्माण एवं स्वच्छता देखकर शाखा सदस्यों ने फैक्ट्री संचालकों की मुक्तकंठ प्रशंसा की।

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