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बुधवार, 27 नवंबर 2024

शाहजहांपुर : दंगाई सरकार का बुलडोजर याद रखें:नरेंद्र कश्यपं

शाहजहांपुर। जिले के प्रभारी व पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि कानून से खिलवाड़ करने की किसी को इजाजत नहीं है। जिन्होंने संभल में दंगा किया है या जो लोग इसके पीछे हैं उन्हें सरकार का बुलडोजर भी याद रखना चाहिए।अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह संदेश उपद्रवियों तक पहुंचे।
नरेंद्र कश्यप सोमवार को विकास भवन सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में कानून व्यवस्था सर्वोपरि है। समीक्षा दल कानून व्यवस्था के नियमों के अनुसार ही काम कर रहा है, जिसके खिलाफ जाकर राजनीतिक लोगों ने शांति व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास किया।राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप  ने कहा कि ऐसे लोगों को यह समझ लेना चाहिए कि शांति व्यवस्था और कानून व्यवस्था राज्य सरकार की जरूरत है। इससे खिलवाड़ करने की किसी को इजाजत नहीं है। जिन लोगों ने भीड़ जुटाने या उपद्रव करने का प्रयास किया है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में मिली हार के बाद विपक्षी दल हताश हैं और इस तरह के प्रदर्शन कर रहे हैं।करहल में सपा के पक्ष में फैसला न देने पर एक महिला की हत्या कर दी गई। जबकि इन दलों को हार के कारणों पर विचार करना चाहिए। जनता और पुलिस पर पत्थरबाजी या गोलियां चलाने से कुछ नहीं होगा। पहले भी इस तरह के प्रदर्शन हो चुके हैं, जिसके कारण 2017 से सपा प्रदेश में सत्ता से बाहर है। चूंकि संविधान को मानने वाले लोग इस तरह के प्रदर्शनों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा उपचुनाव के नतीजों को लेकर ईवीएम पर सवाल उठाने के बारे में उन्होंने यही कहा कि अगर ऐसा होता तो बची हुई दो सीटें भी भाजपा जीत जाती। अखिलेश यादव को अब इस तरह के आरोप लगाने का नैतिक अधिकार नहीं है।संभल में जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बनाने का दावा करते हुए याचिका दायर की गई थी, जिस पर कोर्ट ने जांच का आदेश दिया था। एक बार जांच हो चुकी थी। रविवार को फिर से  प्रमुख जांच के लिए पहुंचे। उनके साथ डीएम और एसपी भी थे। भारी मात्रा में पुलिस बल भी वहां भेजा गया था। इसी बीच एक समूह ने एकत्र होकर पुलिस-प्रशासन की गाड़ियों पर पथराव कर दिया। कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इस घटना में पुलिस पर भी गोलीबारी की गई। इस अवैध आगजनी में करीब 30 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस घटना में चार सदस्य भी मारे गए।

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