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शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2024

संगम नगरी : शुक्लपक्ष एकादशी पर राजसी स्नान करेंगे संत

आचार्यबाड़ा मे दारागंज वेदांत देशिक संस्थान में संतों ने बैठक कर प्रस्ताव पास किए, शुक्लपक्ष एकादशी पर राजसी स्नान करेंगे संत

प्रयागराज। अखिल भारतीय श्रीरामानुज वैष्णव समिति आचार्य बाड़ा के संत महाकुम्भ में माघ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी पर राजसी स्नान करेंगे। आचार्यबाड़ा के संतों ने दारागंज वेदांत देशिक संस्थान में पहले बैठक कर कुछ प्रस्ताव पास किए, जिसके बाद कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद को अपने प्रस्ताव से अवगत कराया।मेलाधिकारी ने आने वाले समय में इस पर विचार कर उचित निर्णय लेने के लिए कहा। आचार्यबाड़ा के संतों ने जनवरी 2023 में प्रयागराज माघ मेले में श्रीनारायणी रामानुज अखाड़ा गठित किया था। बुधवार को दारागंज में हुई बैठक में चर्चा हुई कि उनका 13 अखाड़ों से कोई बैर नहीं है। वहां भी संत हैं और यहां भी संत हैं। प्राचीन 13 अखाड़ों के तीन प्रमुख स्नान बसंत पंचमी तक होते हैं। जिसमें व्यवस्थाएं लगती हैं। पंचमी से एकादशी के बीच सारे अखाड़ों के नागा संन्यासी महाशिवरात्रि की तैयारी के लिए प्रयागराज से वाराणसी चले जाते हैं। ऐसे में नव गठित अखाड़े या आचार्यबाड़ा के संतों को शुक्ल पक्ष की एकादशी पर रासजी स्नान की अनुमति दी जाए। जिससे मेले में रौनक बनी रहे। संतों ने निर्णय लिया कि एकादशी पर वो स्नान करते ही हैं, बस प्रशासन के सहयोग से यह स्नान और भव्य तरीके से होगा।स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य ने बताया कि इसके अलावा 300 बीघा जमीन देने की मांग रखी गई है। पुरानी संस्थाओं को एक ही जगह जमीन दी जाए। इस दौरान स्वामी चक्रपाणि, स्वामी कृष्णाचार्य, स्वामी शालिग्राम, स्वामी नारायणाचार्य, स्वामी सुदर्शनाचार्य आदि मौजूद रहे। 
बैठक में संतों ने बड़े शिविरों के पास छोटे-छोटे फायर स्टेशन बनाने की भी मांग रखी है। जिससे किसी प्रकार की घटना होने पर तत्काल फायर कर्मी पहुंच जाएं और कोई दुर्घटना न हो।

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