● डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद कर उनके आदर्शों पर चलने का किया गया आह्वान
लखीमपुर। आज दिनांक 5 सितम्बर 2024, दिन गुरुवार को सनातन धर्म सरस्वती विद्या मंदिर बालिका इंटर कॉलेज मिश्राना विद्यालय में "शिक्षक दिवस" का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ ज्ञान की अधिष्ठात्री माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वन्दना से हुआ। छात्राओं ने शिक्षक/शिक्षिकाओं को बधाई सन्देश देकर उनके प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया।
कार्यक्रम के द्वारा महान शिक्षक एवं दार्शनिक डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व प्रकाश डाला गया तथा उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आवाहन किया गया और बताया गया कि शिक्षा के द्वारा ही समाज तथा राष्ट्र की उन्नति सम्भव है।
इस अवसर पर छात्राओं ने अनेक सुन्दर कविताएँ, भाषण एवं गीत प्रस्तुत किए। इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति द्वारा शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को भी भेंट देकर सम्मानित किया गया। प्रधानाचार्य शिप्रा बाजपेई ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रथम गुरु माँ होती है जो उंगली पकड़ कर चलना सिखाती है। गुरु हमें सिखाता है कि जीवन का उपयोग सही अर्थों में कैसे किया जाए। गुरु के प्रति सच्ची श्रद्धा यही है कि हम अपने माता-पिता के जैसे ही अपने गुरु पर विश्वास करें क्योंकि माता-पिता के अतिरिक्त केवल गुरु ही होता है जो अपने शिष्य का कभी अहित नहीं चाहता है, सदैव शिष्य की सफलता के लिए प्रयासरत रहता है, उसकी उन्नति, उसकी सफलता पर गर्वान्वित होता है। अतः अपने व्यक्तित्व का निर्माणकर अपने शिक्षक को गर्व की अनुभूति कराएं। कार्यक्रम का सफल संचालन विद्यालय की आचार्या निधि सक्सेना ने किया।
इस अवसर विद्यालय प्रबन्ध समिति की अध्यक्ष रश्मि बाजपेई, उपाध्यक्ष डॉक्टर राकेश माथुर, प्रबन्धक चन्द्र भूषण साहनी, कोषाध्यक्ष तुषार गर्ग, सदस्य सीमा साहनी, नूतन गुप्ता, ममता अग्रवाल ने अपनी गरिमामयी उपस्थति से कार्यक्रम को सफल बनाया एवं सभी आचार्य/आचार्याओं को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ दी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments