नई दिल्ली। एटलस साइकिल्स के पूर्व अध्यक्ष सलिल कपूर लुटियंस इलाके में अपने घर पर कथित तौर आत्महत्या कर ली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल से बरामद एक कथित नोट में सलिल कपूर ने अपने ऊपर ‘‘आर्थिक बोझ” और चार लोगों द्वारा उत्पीड़न किए जाने का जिक्र किया। पुलिस सभी संभावित पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है।पुलिस ने बताया कि सलिल कपूर के मैनेजर ने उनका शव अपराह्न करीब एक बजे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित उनके घर के पूजा कक्ष के पास खून से लथपथ पाया। उनके मैनेजर ने देखा कि ग्राउंड फ्लोर पर स्थित मंदिर के पास सलिल कपूर खून से लथपथ हालत में पड़े हैं। कपूर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधिकारी के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि सलिल कपूर ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से अपने सिर में गोली मार ली।पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर कपूर की लाइसेंसी रिवॉल्वर मिली है। डीसीपी (नई दिल्ली) देवेश महला ने कहा कि संदेह है कि कपूर ने खुद को कनपटी पर गोली मारी।सलिल कपूर की रिश्तेदार नताशा कपूर ने भी जनवरी 2020 में इसी घर में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। नताशा ने एक नोट में परिवार के सदस्यों से अपना खयाल रखने का आग्रह किया था लेकिन उन्होंने यह कदम उठाने के पीछे का कारण नहीं बताया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सलिल कपूर की पत्नी और तीन बच्चे (दो बेटे और एक बेटी) अलग रह रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि अलग होने के बाद सलिल कपूर की पत्नी दुबई में रह रही हैं।
अधिकारी ने बताया कि अपने कथित नोट में सलिल कपूर ने चार लोगों का भी जिक्र किया है जिन्होंने उन्हें कथित रूप से ‘‘मानसिक और शारीरिक रूप से” परेशान किया। कपीर ने सुसाइड नोट में लिखा है कि आरोपी टेलीफोन करके भी धमकियां देते थे जिससे वे तंग आ गए। हालांकि, पुलिस ने जांच जारी रहने का हवाला देते हुए लोगों के नाम बताने से इनकार कर दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सलिल कपूर के मैनेजर और उनका परिवार तीन मंजिला इमारत में उनके साथ रहता था। अधिकारी ने बताया कि फॉरेंसिक और अन्य टीम को मौके से साक्ष्य एकत्र करने के लिए बुलाया गया।धोखाधड़ी में गिरफ्तार हुए थे सलिल कपूर को 2015 में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने नौ करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। वर्ष 2014 में दक्षिणी दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी थाने में उनके खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे जिनकी जांच भी ईओडब्ल्यू ने की थी। अधिकारी ने बताया कि एक मामले में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि पूंजीगत लाभ बॉण्ड खरीदने के बहाने कपूर ने उसके साथ धोखाधड़ी की। जांच के दौरान पुलिस ने उन पर 25,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
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