प्रयागराज। भारत स्वर्णिम शाखा द्वारा आज आयोजित तीज के पर्व का रंगारंग कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि डॉक्टर कीर्तिका अग्रवाल जी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि तीज व्रत हमारी सनातनी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने कहा कि तीज नारी शक्ति, समर्पण और संस्कृति का प्रतीक है, जो हमें हमारे परंपराओं से जोड़े रखता है। यह पर्व हमारी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने स्वर्णिम शाखा की सभी बहनों का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।कार्यक्रम का आयोजन स्वर्णिम शाखा की अध्यक्ष श्रीमती मधुमती अस्थाना के नेतृत्व में किया गया। उनके साथ संस्थापिका सदस्य माया द्विवेदी और अन्य शाखा सदस्य बहनें भी कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन के साथ हुई, जिसके बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का सिलसिला शुरू हुआ। स्वर्णिम शाखा की बहनों ने गीत-संगीत, नृत्य और नाट्य के माध्यम से तीज के पर्व का उल्लास बिखेरा। पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी बहनों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं, जिससे पूरे वातावरण में उमंग और उत्साह का संचार हुआ।कार्यक्रम का समापन सामूहिक आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ। सभी उपस्थित लोगों ने एक-दूसरे को तीज की शुभकामनाएं दीं और उत्सव का आनंद लिया। इस अवसर पर स्थानीय समाजसेवियों और गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिससे कार्यक्रम की शोभा और बढ़ गई।
स्वर्णिम शाखा द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम ने प्रयागराज में तीज के उत्सव को एक नई ऊंचाई दी, और उपस्थित लोगों के लिए यह एक अविस्मरणीय अनुभव साबित हुआ।
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