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बुधवार, 8 मई 2024

एटीएम में फेविक्विक लगाकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के तीन सदस्य हुए गिरफ्तार.

वाराणसी कैंट पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने एटीएम कार्ड बदलकर चोरी कर धोखाधड़ी से एकाउन्ट से पैसे निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी ने बुधवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में जानकारी दी। गिरफ्तार आरोपियों में सुजीत कुमार निवासी बाना खिजरसराय जनपद गया बिहार , गुलशन कुमार निवासी ग्राम रोसना पोस्ट फतेहपुर रोसाना जनपद गया फतेहपुर, अभिषेक कुमार निवासी ग्राम मतासो पोस्ट एकमला थाना फतेहपुर जनपद गया (बिहार) हैं। तीनों को सनबीम वरुणा के पास से गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से अलग-अलग बैंकों के कुल 13 एटीएम कार्ड, चोरी/धोखाधड़ी में इस्तेमाल किये जा रहे स्वाईप मशीन, चार मोबाइल, एक कार, 1110 रुपया नकद बरामद किया गया है।तीनों ने बताया कि उनका एटीएम धोखाधड़ी का एक गिरोह है, जो मिलकर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, हरियाणा आदि राज्यों में विभिन्न शहरों मे चार पहिया गाड़ी से बैंकों की एटीएम मशीनों पर साथ मिलकर घटना करते हैं। एक व्यक्ति एटीएम के बाहर खड़ा रहता है तथा दो व्यक्ति एटीएम के अन्दर रहते हैं, समयानुसार अगर कोई ग्राहक एटीएम के बारे में कम जानकारी रहती है तो उसको अभियुक्तगण सहयोग का बहाना बनाकर धोखाधड़ी से कार्ड बदल लेते हैं। 
जब ये लोग एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी नहीं कर पाते हैं तो सभी लोग किसी ग्राहक के पैसे निकालने से पहले इन लोगों मे से कोई न कोई उसके आगे खड़ा रहता है तथा ग्राहक को बातों में उलझाकर एटीएम मशीन में कार्ड लगाने वाले स्थान पर कार्ड की मदद से फेवी क्विक लगा देता है, जब ग्राहक एटीएम मशीन में अपना कार्ड लगाता है और सारी प्रक्रिया पूरी करता है तो पीछे खड़े अभियुक्त द्वारा पिन देख लिया जाता है उसके बाद आगे वाले व्यक्ति को परेशान करने की नीयत से कि हमें भी पैसा निकालना है, जल्दी करो जल्दी करो, ऐसी ही बातों मे उलझाकर जल्दी एटीएम कार्ड निकालने की बात बोला जाता है। जिससे वह ग्राहक एटीएम कार्ड निकालने का प्रयास करता है किन्तु फेवी क्विक लगा होने के कारण कार्ड नहीं निकलता है। 
सभी लोग गार्ड को बुलाने के लिए उस ग्राहक को एटीएम से बाहर भेज देते हैं तभी मौका देखकर उस एटीएम मशीन में फंसे कार्ड को पिलास की मदद से खींचकर बाहर निकाल लेते हैं और फिर उस एटीएम कार्ड को लेकर तुरन्त हट कर किसी दूसरी एटीएम मशीन से उक्त कार्ड का प्रयोग कर पैसा निकाल लेते हैं और आपस में बांट लेते हैं तथा उसके बाद अभियुक्तगण अपने पास रखी फोन पे मशीन से स्वाईप करके अधिकतम पैसे खाते में ट्रांसफर कर लेते है।बताया कि बनारस में हम लोगों ने जनवरी में कचहरी के पास एसबीआई बैंक के बाहर लगे एटीएम से भी इसी तरह ए०टी०एम० पर फेवी क्विक लगाकर एटीएम चुराकर रुपयों की चोरी किये हैं। हम लोग तीन दिन पहले भी भोजूबीर चौराहे के पास से एक्सिस बैंक के एटीएम से एक लड़की से धोखे से एटीएम मशीन के अन्दर फैवी क्विक से एटीएम चिपका कर प्राप्त कर लिये और एटीएम का पिन देखकर दूसरे एटीएम से 23500 रुपये पये निकाल लिए और आपस में बांट कर खाने-पीने और मौज-मस्ती में खर्च कर दिए।
गिरफ्तारी की टीम में कैंट प्रभारी निरीक्षक अजय राज वर्मा, उप निरीक्षक आशीष श्रीवास्तव, आयुष पाण्डेय, हेड कांस्टेबल बृज बिहारी ओझा, क्राइम ब्रांच प्रभारी मनीष कुमार मिश्रा, उप निरीक्षक गौरव कुमार सिंह, कांस्टेबल अंकित मिश्रा, आलोक मौर्या, प्रेमशंकर पटेल, मनीष कुमार बघेल, उमेश सिंह हैं।

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