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गुरुवार, 18 अप्रैल 2024

श्रीराम के आचरण को जीवन में उतारें तो पुन: राम राज्य की स्थापना हो सकती है-मोहित बेनीवाल

गाजियाबाद आर्य समाज राज नगर सेक्टर-5,में वैदिक संस्कृति के प्रकाश सतंभ मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम नवमी पर्व धूमधाम से संपन्न हुआ।मेरठ से पधारे सुप्रसिद्ध भजनोंपदेशक श्री कुलदीप आर्य ने श्री राम की महिमा पर भजनोपदेश के द्वारा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।उन्होंने अन्त में "हम रामजी के रामजी हमारे हैं, आर्यों की आंख के तारे हैं।" नामक गीत सुनाया।मुख्य अतिथि के रुप में पधारे मोहित बेनीवाल (सदस्य विधान परिषद,उत्तर प्रदेश) ने कहा आज चुनाव का दौर है।आज बहुत ही शुभ दिन है।इस राम नवमी की विशेषता यह है कि 500 वर्षों बाद जहां श्रीराम का जन्म हुआ था आज वहां उनका सूर्य तिलक हुआ यह नया इतिहास है। यह सब मोदी सरकार ने कर दिखाया है।उन्होंने भाजपा सरकार की अनेकों उपलब्धियों को गिनाया और कहा यदि हम श्रीराम के आचरण को जीवन में उतारें तो पुन: राम राज्य की स्थापना हो सकती है और देश पुनः विश्व गुरु के पद पर प्रतिष्ठित होगा।दिल्ली विश्वविद्यालय से पधारे डा धर्मेन्द्र शास्त्री ने वैदिक संस्कृति के प्रकाश स्तंभ मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जीवन,व्यक्तित्व, कृतित्व और आदर्शों पर अपने उद्बोधन में कहा कि आज  राम नवमी पर्व भारत के लोग ही नहीं अपितु पूरा विश्व मना रहा है।उन्होंने कहा राम के चरित्र को जानना चाहते हो तो बाल्मिकी रामायण का अध्यन करो।आज हम उनके जीवन चरित्र से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।हम से उनका जीवन हजारों गुना मर्यादित था इसलिए हमने उन्हें भगवान शब्द से विभूषित किया।श्रीराम के आदर्शों से भारतीय संस्कार पूर्ण होते हैं उनका जीवन पूर्णता का प्रतीक है जिन जीवन मूल्यों के साथ उन्होंने जीवन व्यतीत किया उन्हें अपने जीवन में उतारना है तभी रामनवमी पर्व मनाना सार्थक है।आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित सदस्य श्री श्रद्धानंद शर्मा ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने रूढ़ियों व कुरितीयों का समूल नष्ट कर नई क्रांति का शंखनाद किया शबरी के बेर खाकर सामाजिक सम रसता और बराबरी का संदेश जनमानस को दिया।मंच का कुशल संचालन करते हुए समाज के यशस्वी मंत्री चौधरी सत्यवीर ने कहा कि श्रीराम ने समाज व राष्ट्र के लिए वनवास ग्रहण कर माता पिता की आज्ञा पालन कर संस्कारवान संतान का संदेश दिया उनका जीवन समाज के लिए समर्पित एक अच्छे भाई सुपुत्र और आदर्श राजा रहे हमें उनके गुणों को जीवन में आत्म सात करने का संकल्प लेना चाहिए।इस अवसर पर मुख्य रूप से श्रीमती आशा चौधरी,वन्दना अरोड़ा,शिल्पा गर्ग,कोशल गुप्ता, कविता राठीसर्वश्री जगवीर सिंह,
हिमांशु चौधरी,प्रताप चौधरी, विनय चौधरी,ओम प्रकाश आर्य, वीके धामा,सुरेश गर्ग,मोती लाल गर्ग, अरविन्द त्यागी, हरशरण त्यागी, प्रवीण आर्य, शशिबल गुप्ता, सुधीर धमीजा,डा प्रमोद सक्सेना आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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