Breaking

शनिवार, 13 अप्रैल 2024

बढ़ते तापमान वैश्विक तनाव के मध्य भारत की भूमिका

आज एक तरफ देश मे लोकतंत्र का महायज्ञ चल रहा है तो दूसरी तरफ ग्लोबल वार्मिंग और कुछ देशों के मध्य युद्ध व तनाव लोगो के मन मे तनाव बढ़ा रहा है,

भारत की भूमिका अभी तक बहुत स्प्ष्ट रही है और मध्य मार्ग अपनाते हुये भी सभी देश भारत की भूमिका से संतुष्ट है,
आज पाकिस्तान की स्थिति जग जाहिर है,
आम चुनाव में सरेआम बैलेट लुटे गये जबरदस्ती की सरकार भी बन गई लोग देखते रहै,भारत के नागरिकों को यह सोचना जरूरी है कि क्यो evm पर प्रश्न उठाये जाते हैं,
क्योकि बैलेट को अपने प्रभाव से प्रयोग कर सकेंगे evm दवाब में नही आती है,
समय की बचत होती है,निर्णय भी स्प्ष्ट होते हैं,
यह इसलिये लिखा है कि युद्ध औऱ तनाव के मध्य हंमे मजबूत निर्णय लेने बाली सरकार चाहिये,जो आपके मत से ही सम्भव है,
मत आप किस तरह देना पसन्द करते हैं,

1 जाति आधारित,
2 धर्म आधारित,
3,देश आधारित,
4,विकास आधारित,
5,देश की सुरक्षा व कानून व्यवस्था के लिये,
दरअसल हमने 30 वर्ष  मिलीजुली सरकारों के कारण बहुत पीछे जाते देखा है भारत को,
रेल,सड़क,रक्षा,विकास,रोजगार,सब ठप हो गया था,
जो आज पुनः गतिमान हो गया है,
विकास से अछूते रहे प्रदेशो में आज विकास पहुंचा, दंगो से हम दूर हुये,
परन्तु फिर भी हम जाति व्यवस्था को प्राथमिकता दे रहे है जिसके कारण हम वर्षो गुलाम रहे,
जातीय संगठन कभी अपनी जाति का भला नही करते वह चुनाव में प्रायोजित किये जाते है,जिससे हमारा भटकाव हो सके,

आज सोचना है जब विश्व की अर्थव्यवस्था डगमग है तो भारत की छलांग भर रही है,
हंमे स्थिरता बनाये रखना है अन्यथा विश्व की वर्तमान परिस्थिति में ,हमारे आर्थिक हित जरूर प्रभावित हो सकते है,

हंमे जरूरत सिर्फ मजबूत सरकार की है मजबूर नही,,।।।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments