दिल्ली, विकास मिश्रा। अनन्या फाउंडेशन के तत्वावधान में, देश भर से आये वरिष्ठ साहित्यकार गीतकार, व ग़ज़लकार कवि कवयित्रियों की उपस्थिति में, प्रथम काव्य संगोष्ठी का कार्यक्रम दिल्ली के हिन्दी भवन में सम्पन्न हुआ।इस भव्य कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन के साथ साथ दिव्य मंत्रोच्चार तत्पश्चात गीतकार भूदत शर्मा द्वारा की गई वाणी वन्दना से हुआ।कार्यक्रम में अनन्या फाउंडेशन की संस्थापिका प्रख्यात कवयित्री अनुराधा पाण्डेय ने देश भर से पधारे सभी वरिष्ठ साहित्यकारों का स्वागत किया,उनको प्रशस्ति पत्र, मेडल, व कलम कबीरा सम्मान देकर सम्मानित किया । बाल कवि प्रत्यूष त्रिपाठी को रुपये 1001, और चांदी का सिक्का व प्रशस्ति पत्र, मैडल व मिमेंटो सहित विशेष सम्मान देकर सम्मानित किया गया।उभरते ऊर्जावान युवा कवि धरमवीर 'धरम' के उत्कृष्ट सञ्चालन में हुए इस कार्यक्रम में अनेक सुन्दर साहित्यिक प्रस्तुतियों ने भव्यता, उत्कृष्टता, मधुरता एवं भावनात्मकता के सभी उच्च आयाम स्पर्श किये ।देशभर से पधारे प्रबुद्ध व वरिष्ठ साहित्यकारों में प्रेम बिहारी मिश्रा, दिलदार देहलवी, सञ्जीव निगम,महेंद्र शर्मा मधुकर, भूदत्त शर्मा,फरीद अहमद फरीद, निधि भार्गव मानवी, तूलिका सेठ, प्रिया मिश्रा ,शुभ्रा पालीवाल, राजरानी भल्ला जी, पूनम माहेश्वरी,वर्षा सिंह,भूपेंद्र राघव, पूजा शुक्ला, सूर्य प्रकाश अजय "अक्स" ,स्वाति शर्मा संजय जैन, मनीष जोशी जी, कु०रुचिका मिश्रा "कनक" प्रेरणा सिंह, विक्रांत कुमार,सरल मिश्र,बबीता पांडे, ए सुनीता सिंह, धरम वीर धरम,ममता लड़ीवाल, यशोदा नैलवाल, पंडित विकास नागदा एवं बाल कवि प्रत्यूष त्रिपाठी ने अपने अपने रंग में गीत , कविताएं, ग़ज़ल व कलाम प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध रखते हुए मन मोह लिया ।
इसी क्रम में नित्यानन्द तिवारी, निशान्त जैन, डॉक्टर अरुण आशीष जी (एम्स),उमा नागदा, शसंज्ञाभूषण पाण्डेय, पत्रकार झाँसी, यादराम किंकर,
अशोक दूबे, अन्वय दुबे व अनन्या दुबे की गरिमामय उपस्थिति ने कार्यक्रम को गौरव प्रदान किया ।
फाउंडेशन की संस्थापिका अनुराधा पाण्डेय ने कार्यक्रम के अन्त में सभी गणमान्य अतिथियों, साहित्यकारों, कवि-कवयित्रियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि "अनन्या फाउंडेशन" हिन्दी के उत्थान व संवर्द्धन हेतु निरन्तर अपनी साहित्यिक गतिविधियों को सुचारू रखेगा ।
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