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गुरुवार, 15 फ़रवरी 2024

UP का करोड़पति सिपाही / कानपुर: डेढ़ करोड़ की कोठी, घर के बाहर खड़ी ऑडी-BMW

कानपुर। सिपाही की शान शौकत का अंदाजा आप उसके शौक से लगा सकते हैं. सिपाही के घर के बाहर बीएमडब्ल्यू, ऑडी व फॉर्च्यूनर जैसी कार हैं. इन कारों पर वीवीआईपी नंबर हैं. स्थानीय लोगों की माने तो किसी बड़ी गाड़ी की लांचिंग के बाद वह गाड़ी सिपाही के घर जरूर आती थी. उसके घर के अंदर स्वीमिंग पूल समेत सभी सुविधाएं मौजूद हैं.
बर्खास्त सिपाही के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की रिपोर्ट दर्ज की गई है.कानपुर के एक बर्खास्त पुलिस कांस्टेबल के खर्चे को देख एंटी करप्शन टीम हैरान रह गई. लग्जरी गाड़ियों के शौकीन पुलिस कांस्टेबल के पास करोड़ों रूपये की संपत्ति मिली है. उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है. आरोपी पुलिस कांस्टेबल ने 12 साल में करीब 5 करोड़ रुपए कमाए जबकि 8 करोड़ रूपये उसने खर्च किये हैं. एंटी करप्शन टीम की ओर से 2007 से 2018 के बीच की गई जांच में यह खुलासा हुआ है.आय से अधिक संपत्ति रखने वाला कांस्टेबल बसपा नेता पिंटू सिंह हत्याकांड में आरोपी था. वह बर्खास्त चल रहा है. 1987 में सिपाही पद पर भर्ती होने वाले श्याम सुशील मिश्रा मूल रूप से मिर्जापुर का रहने वाला है. वर्तमान में वह चकेरी थाने के डी ब्लॉक श्याम नगर में निवास कर रहा है. वह लंबे समय तक भ्रष्टाचार निवारण संगठन में कार्यरत रहा है.एंटी करप्शन टीम की कानपुर इकाई ने चकेरी थाने में आरोपी बर्खास्त सिपाही सुशील के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की रिपोर्ट दर्ज कराई है. टीम ने जांच में पाया कि आरोपी सुशील चकरी स्थित जिस मकान में रह रहा है उसकी कीमत डेढ़ करोड़ रूपये आंकी गई है. हालांकि इसका सर्किल रेट करीब 5 करोड़ रूपये बताया जा रहा है. इसके अलावा उसने बड़ी संख्या में उन्नाव जिले में जमीन खरीद रखी है. उसने हाल ही में एक पेट्रोल पंप खरीदे जाने की भी डील की है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद सिपाही पर प्रवर्तन निदेशालय की भी नजर टेढ़ी होती जा रही है.
सिपाही सुशील पर बसपा नेता पिंटू सिंगर की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था. उसे पुलिस ने हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. विभागीय जांच में दिसंबर 2022 को उसे बर्खास्त कर दिया गया था. इसके पहले 2019 में शासन ने आय से अधिक संपत्ति की जांच के आदेश आरोपी सिपाही के खिलाफ दिए थे.सीओ जयराम सिंह ने बताया कि श्याम नगर डी-ब्लॉक में रहने वाला कांस्टेबल मिर्जापुर थाना कछवा के भैंसा गांव का रहने वाला है. 2019 में उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत की थी. एंटी करप्शन टीम ने करीब 4 साल तक मामले की जांच की. आरोपी ने अज्ञात सोर्स से 5 करोड़ 10 लाख रुपए कमाए लेकिन जांच के दौरान कांस्टेबल के पास 8.21 करोड़ रुपए का खर्च सामने आया है. कांस्टेबल के पास 3 करोड़ 11 लाख रुपए की आय से अधिक की संपत्ति सामने आई है. यह संपत्ति उनकी आय से 60% से ज्यादा है.

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