Breaking

मंगलवार, 13 फ़रवरी 2024

प्रयाग के रानी रेवती देवी में चल रहे चार दिवसीय क्षेत्रीय संगीत वर्ग का समापन

प्रयागराज।  विद्या भारती से संबद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज, राजापुर प्रयागराज में प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे के नेतृत्व में चल रहे चार दिवसीय क्षेत्रीय संगीत वर्ग का समापन विद्या भारती के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन के साथ संपन्न हुआ lविद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान के अंतर्गत पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्रीय संगीत प्रमुख मनोज गुप्ता ने बताया कि चार दिवसीय क्षेत्रीय संगीत वर्ग में पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हुए प्रतिभागी संगीताचार्यों ने क्षेत्रीय संगठन मंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश हेमचंद्र जी, प्रांतीय संगठन मंत्री काशी प्रांत डॉक्टर राम मनोहर, प्रांत निरीक्षक काशी प्रदेश शेषधर द्विवेदी, पूर्व क्षेत्रीय शिशु वाटिका प्रमुख विजय उपाध्याय एवं अखिल भारतीय संगीत संयोजक विद्या भारती तथा देश के प्रसिद्ध ध्रुपद गायक विनोद द्विवेदी के मार्गदर्शन में विद्या भारती के अंतर्गत चल रहे संगीत के समस्त क्रियाकलापों एवं पाठ्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की l विनोद द्विवेदी ने बताया कि भारतीय संगीत प्राचीन काल से भारत मे सुना और विकसित होता संगीत है। इस संगीत का प्रारंभ वैदिक काल से भी पूर्व का है। इस संगीत का मूल स्रोत वेदों को माना जाता है। हिंदु परंपरा मे ऐसा मानना है कि ब्रह्मा ने नारद मुनि को संगीत वरदान में दिया था। गायन, वाद्य वादन एवम् नृत्य; तीनों कलाओं का समावेश संगीत शब्द में माना गया है। तीनो स्वतंत्र कला होते हुए भी एक दूसरे की पूरक है। भारतीय संगीत की दो प्रकार प्रचलित है; प्रथम कर्नाटक संगीत, जो दक्षिण भारतीय राज्यों में प्रचलित है और हिन्दुस्तानी संगीत शेष भारत में लोकप्रिय है। भारतवर्ष की सारी सभ्यताओं में संगीत का बड़ा महत्व रहा है उक्त वर्ग में पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में चलने वाले समस्त शिशु एवं विद्या मंदिरों के लिए हिंदी गीत "सूरज बदले चंदा बदले बदल जाए ध्रुव तारा" ,"देश हमारा जग में पावन सब जग करता वंदन है", "करें राष्ट्र निर्माण बनाए मिट्टी से हम सोना रे"एवं बुंदेली गीत "जैसौ भारत देश महान ऊसौ देश जगत में नईयां" का चयन कर उसके रिकॉर्डिंग की गई l अंत में समस्त प्रतिभागियों एवं अतिथियों को अयोध्या के भगवान श्री राम की बाल रूप की मूर्ति एवं अंगवस्त्र द्वारा सम्मानित किया गया lस्वागत क्षेत्रीय संगीत प्रमुख मनोज गुप्ता एवं आभार ज्ञापन सह क्षेत्र संगीत प्रमुख बृजराज दुबे द्वारा किया गया l

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments