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गुरुवार, 15 फ़रवरी 2024

ब्रह्माकुमारीज की अंतरराष्ट्रीय वक्ता राजयोगिनी उषा दीदी का कार्यक्रम

प्रयागराज। भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए स्वर्णिम दुनिया लाने के लिए हम सभी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम  की तरह मर्यादाओं को अंगीकार करना होगा। रामराज्य में अमर्यादित जीवन शैली वाले मनुष्य नहीं रह सकते। अभी परमपिता परमात्मा भगवान स्वयं धरती पर रामराज्य की स्थापना करने के लिए अवतरित हुए हैं अतः भारत के स्वर्णिम प्रभात को अब कोई रोक नहीं सकता, भारत को विश्व गुरु बनना ही है परंतु उसके लिए हम सभी के ज्ञान चक्षु खुले होने चाहिए। उपरोक्त बातें ब्रह्माकुमारीज की अंतरराष्ट्रीय वक्ता राजयोगिनी उषा दीदी ने ब्रह्मा कुमारीज के स्थानीय सेवा केंद्र में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।ज्ञात हो माघ मेले के दौरान ब्रह्माकुमारीज के शिविर में माउंट आबू, राजस्थान से वरिष्ठ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उषा दीदी का आगमन हुआ। उनका परिचय देते हुए क्षेत्रीय संचालिका मनोरमा दीदी ने बताया कि उषा दीदी का जन्म अफ्रीका के जांबिया देश में एक गुजराती परिवार में हुआ। वह बाल्यकाल से ही भगवान को समर्पित रही हैं, बाल ब्रह्मचारिणी रहते हुए जांबिया देश में अपनी शिक्षा दीक्षा पूरी कर उनका भारत में आना हुआ। वर्तमान समय माउंट आबू में रहते हुए संसार के कई देशों में आपने श्रीमद् भागवत गीता के ज्ञान एवं रामायण के आध्यात्मिक रहस्य को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है। उषा दीदी ने अध्यात्म को उद्योग एवं व्यवसाय जगत के लोगों में उनके व्यावसायिक कार्यों में प्रयोग करने तथा योग के माध्यम से उनके जीवन को सरल बनाने के कई कोर्सेज बनाए हैं तथा आध्यात्मिक ट्रेनिंग भी देती हैं। इस अवसर पर प्रयागराज के भाई बहनों द्वारा आदरणीय उषा दीदी एवं उनके साथियों का सत्कार भी किया गया कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में ब्रह्मा कुमार भाई बहनें उपस्थित रहे।

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