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गुरुवार, 22 फ़रवरी 2024

विश्व हिंदू परिषद का माघ मेला शिविर मे आयोजित संस्कारशाला

प्रयागराज। विश्व हिंदू परिषद माघ मेला शिविर त्रिवेणी मार्ग परेड प्रयागराज में आयोजित संस्कारशाला समूह के वार्षिक कार्यक्रम के रूप में प्रयागराज में चलने वाली अपेक्षित बंधुवो के बीच आने वाली पीढ़ी को संस्कार युक्त करने के लिए विश्व हिंदू परिषद के सेवा विभाग द्वारा अनेक ऐसे क्षेत्रों में संस्कारशाला चलाई जा रही है जहां पर ऐसा समाज जो अपनी मुख्य धारा से दूर हो गया है उसको मुख्य धारा मिलने के लिए संस्कार उपलब्ध कराना आवश्यक है इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सेवा विभाग की केंद्रीय सह प्रमुख आनंद प्रकाश हरबोला जी ने संबोधित करते हुए कहा कि केवल शिक्षा ही नहीं संस्कार भी आने वाली पीढियां में हो इसके लिए संस्कारशाला चलाई जा रही है संगठन अनेक क्षेत्रों में कार्य करता है और अनेक गतिविधियों का संचालन करता है शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार समरसता के साथ संस्कार की भी आवश्यकता है जिसमें शारीरिक और मानसिक दक्षता का विकास होता है भौतिक साधनों के अभाव पर भी संस्कार शालाएं आने वाली पीढियां मैं उत्कृष्ट संस्कार भर रही हैं, इसमें माता बहनों का योगदान बहुत बड़ा है किसी भी समाज की प्रगति उसे समझ में महिलाओं द्वारा हासिल की गई प्रगति से ही मापदंड किया जाता है  यह मात्र शक्तियों जो शिक्षिका के रूप में अपना अमूल्य योगदान दे रही हैं वह लक्ष्मी दुर्गा शारदा सीता काली सभी रूप होते हैं वह अबला है तो शक्ति भी है, ईश्वर के बाद हम सब पहले शिक्षा और संस्कार इन्हीं मातृशक्ति से ही प्राप्त होती है कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सतपाल गुलाटी वॉइस अध्यक्ष यूनाइटेड ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन की संबोधित करते हुए कहा आज मुझे लग रहा है किस समाज में बहुत बड़े परिवर्तन का कारण विश्व हिंदू परिषद के संस्कार शालाएं बनेगी मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि संस्कार शालाओं से निकले बच्चे आगे चलकर नशा मुक्त अपराध मुक्त एक स्वस्थ वातावरण बनाने में राष्ट्र के विकास में सहायक होंगे, संगठन के उत्कृष्ट कार्य में समाज का सहयोग होता रहे  इसकी चिंता हम सबको करनी है आज हम सब को संकल्प लेना है कि शिक्षा के साथ संस्कार प्राप्त करने से कोई छूट न जाए संस्कारशाला में तैयार हो रहे इन पौधों से जब राष्ट्र को बल मिलेगी तब समाज का वातावरण सुख में होगा आज वह महसूस हो रहा है अब मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि संगठन का यह प्रयास बहुत बड़े परिवर्तन का कारण बनेगा, संस्कार शालाओं में शिक्षा संस्कार के साथ-साथ योग और  प्राणायाम, गीत संगीत खेल अनेक प्रकार की गतिविधियां संचालित होती हैं  सभी संस्कार शालाओं से आए छात्र-छात्राओं ने अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत किया नृत्य, गायन, प्रतियोगिताएं आयोजित की गई अंतिम में सभी संस्कार शालाओं की शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया प्रांत संगठन मंत्री विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत नितिन जी ने कहा विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत सेवा के प्रकल्प में संस्कार शालाओं की संख्या को लगातार बढ़ने का प्रयास कर रहा है और प्रत्येक वर्ष हमारे संस्कारशालाओं और सेवा के अन्य प्रकल्पों की संख्या बढ़ रही है निश्चित रूप से हम 2024 तक ऐसी कोई भी सेवा बस्ती नहीं होगी जहां संस्कारशाला ना चलती हो इसका प्रयास हम सबको मिलकर करना चाहिए कार्यक्रम के संयोजक कुश श्रीवास्तव अध्यक्ष ज्ञान गुण सागर अंतिम में यह कहां की संस्कारों से ही समझ में व्यापक स्तर पर परिवर्तन होते हैं विश्व हिंदू परिषद द्वारा जो भी सेवा की प्रकल्प चल रहे हैं उनसे अनेक क्षेत्रों में अनेक प्रतिभाओं का निर्माण हो रहा है वह प्रतिभाएं आज इस राष्ट्र के सर्वांगीण विकास में कहीं न कहीं सहायक है हम सबका यह दायित्व होना चाहिए कि हम सब आने वाले भविष्य को सर्वे भवंतु सुखिनः की भाव पर चलते हुए पूरी दुनिया के मंगल की कामना के लिए संस्कार इसलिए भी हूं ना आवश्यक है कि हम अपनी पूर्वजों के द्वारा किए गए महानतम कार्यों की जानकारी हमको हो सके और हमको ज्ञान हो कि हमारा जन्म क्यों हुआ है हमें कुछ करना है इस राष्ट्र के लिए समाज के लिए जिससे हम संपूर्ण दुनिया के मंगल की कामना कर सकते हैं कार्यक्रम का संचालन आभा मधुर श्रीवास्तव ने किया कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रांत सेवा प्रमुख राकेश श्रीवास्तव, सह सेवा प्रमुख अनिल सिंह, विभाग संगठन मंत्री अंशुमान, धीरेंद्र सिंह, सुनील पांडे, आलोक मिश्रा  सहित 13 से अधिक संस्कार शालाओं की 500 से अधिक छात्र-छात्राएं बच्चे उपस्थित रहे

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