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बुधवार, 17 जनवरी 2024

डूडा की योजनाओं को बाराबंकी के पात्रों तक पहुंचाएंगी खीरी की गरिमा

● डूडा प्रबंधक गरिमा सिंह का हुआ बाराबंकी तबादला

लखीमपुर। खीरी जिले की 500 से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन कराते हुए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाली डूडा प्रबंधक गरिमा सिंह ने बाराबंकी में पदभार ग्रहण कर राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन एवं सरकार की योजनाओं को पात्रों तक पहुंचाने का संकल्प लिया है।
उल्लेखनीय है कि विरासत में मिले सेवा के जज़्बे और अपनी लगन, मेहनत के बूते खीरी जनपद में अपने कार्यकाल को अद्वितीय बनाने वाली गरिमा प्रसिद्ध समाजसेवी, भारत विकास परिषद लखीमपुर शाखाध्यक्ष डॉ0 राजवीर सिंह की भतीजी ( श्री सिंह आई केयर प्रतिष्ठान से नेत्र रोगियों की सेवा भी कर रहे हैं) एवं वैश्विक मामलों में, खासतौर पर भारत-चीन पर सकारात्मक, सार्थक संवाद देने वाले दिल्ली वि0वि0 के प्रोफेसर डॉ0 अभिषेक प्रताप सिंह की बहन हैं। 2015 में मिशन प्रबंधक के रुप में गरिमा ने खीरी जनपद की बागडोर संभाली थी। अपने 8 वर्ष के सफल कार्यकाल में इन्होंने पूरी निष्ठा, ईमानदारी से विभाग की योजनाओं को जरूरतमंद पात्रों तक पहुंचाते हुए हमेशा शत प्रतिशत लक्ष्यों की पूर्ति की। अपने सफल कार्यकाल के प्रमाण के तौर पर यह कई बार उच्चाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से सराही भी गयीं हैं। खीरी जनपद से भावुक विदाई लेते हुए गरिमा ने जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी, लीड बैंक मैनेजर, परियोजना अधिकारी, डूडा कर्मचारियों एवं बैंकर्स , जनप्रतिनिधियों को सहयोग/मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने बाराबंकी में पदभार ग्रहण करते हुए डूडा निदेशक को आश्वस्त किया कि वह अपनी कुशल कार्यशैली, सेवाभावी प्रतिबद्धता, लगन, मेहनत से विभाग की योजनाओं को जरूरतमंद पात्रों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगी एवं विभाग के लक्ष्यों की शत प्रतिशत पूर्ति का भरसक प्रयास करेंगी।

बताते चलें लखीमपुर की संस्था आकांक्षा समिति से जुड़कर श्रीमती गरिमा सिंह ने मानवीयता का प्रदीप्त दीप जलाते हुए सामाजिक उत्थान में अहम योगदान दिया है। इसके अलावा कई क्षेत्रीय संस्थाओं, समूहों से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुड़कर महिला व बाल विकास के कार्यक्रमों एवं जनजागरूकता के कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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