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मंगलवार, 9 जनवरी 2024

अयोध्या से रामेश्वरम 4,000 किमी की पद यात्रा कर रही शिप्रा पाठक की कुशलता के लिए जुटे हनुमान भक्त

शिप्रा पाठक की पदयात्रा के लिए हनुमत धाम धारा पर की गई सामूहिक प्रार्थना 

पुवायां,शाहजहांपुर। अयोध्या से रामेश्वरम तक 4,000 किमी की पैदल यात्रा करने निकलीं वाटर वूमेन शिप्रा पाठक की कुशलता के लिए श्री हनुमत धाम धारा पर हनुमान भक्तों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया।सरयू से सागर के नाम से जानी जा रही इस राम जानकी वन गमन पद यात्रा का प्रारंभ वाटर वूमेन शिप्रा ने 27 नवंबर को भगवान रामनगरी अयोध्या से किया था।
पद यात्रा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़,महाराष्ट्र,कर्नाटक के जंगलों से होते हुए रामेश्वरम तमिलनाडु तक जायेगी।
कड़ाके की सर्दी में पद यात्रा करने निकलीं शिप्रा पाठक के बारे में चर्चा करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरण प्रेमी कवि प्रदीप वैरागी ने कहा कि," उनकी यह पद यात्रा आने वाली पीढ़ी और वर्तमान नौजवान पीढ़ी के लिए एक संदेश है।
उन्होंने बताया शिप्रा पाठक की इस यात्रा का उद्देश्य राम जानकी वन गमन मार्ग पर राम जानकी वाटिका लगाने के अलावा मातृ शक्ति को जानकी माता के चरित्र को आत्मसात करना है।शिप्रा पाठक के कार्य को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सराहा जा रहा है।उन्होंने बताया शिप्रा भयानक ठंड में 30 से 40 किमी प्रतिदिन चल रही हैं।ऐसे राम भक्त को जिसका संकल्प इतना कठिन हो भगवान राम ही शक्ति दे सकते हैं।कार्यक्रम में सभी लोगों ने कठिन पद यात्रा की प्रशंशा करते हुए भगवान हनुमान से सकुशल वापस आने की प्रार्थना की।
इस अवसर पर डॉ प्रदीप वैरागी, राकेश कुमार श्रीवास्तव,रामा देवी,रामबेटी, केतकी,कपिल कुमार दीक्षित ,श्रद्धा दीक्षित सूरज विश्वकर्मा, वैभव दिक्षित मोनू विश्वकर्मा, सूरज विश्वकर्मा ,दीपू, आदित्य मौर्या, नन्हें,उमंग,सरस्वती, उपासना सहित तमाम रामभक्त उपस्थित रहे।

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