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गुरुवार, 11 जनवरी 2024

कौशाम्बी / एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने 01 दिवसीय साइबर जागरुकता कार्यशाला का किया आयोजन

कौशाम्बी। पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी बृजेश श्रीवास्तव द्वारा 01 दिवसीय साइबर जागरुकता का उद्घाटन कर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें साइबर विशेषज्ञ डॉ रक्षित टण्डन द्वारा ऑनलाइन जागरुकता कार्यक्रम में पुलिस अधिकारी/कर्मचारीगणों सहित 01 लाख से अधिक लोगों को प्रशिक्षण दिया गया।
अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज, जोन प्रयागराज की प्रेरणा से पुलिस ऑफिस कौशाम्बी स्थित दुर्गा भाभी सभागार में साइबर अपराधों के सम्बन्ध में बुधवार 10 जनवरी को आयोजित 01 दिवसीय विशेष साइबर जागरूकता कार्यशाला का उद्घाटन पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी बृजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी व क्षेत्राधिकारी मंझनपुर भी मौजूद रहे । जिसमें भारत के प्रसिद्ध साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ डॉ रक्षित टण्डन द्वारा पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को साइबर अपराधों से लोगों को बचाने हेतु की जाने वाली महत्वपूर्ण कार्यवाहियों के बारे में जानकारी दी गई । इस दौरान साइबर अपराध थाना व प्रत्येक थानों में स्थापित साइबर सेल पर नियुक्त पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया, जिससे साइबर अपराधों के सम्बन्ध में थानों पर आने वाली शिकायतों का त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण थाना स्तर पर ही किया जा सकें। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि साइबर अपराधों से बचाव का एक मात्र साधन जागरुकता ही है ।अतः लोगों में साइबर अपराध के तरीकों तथा उससे बचाव के उपायों के बारे में अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किये जाए, जिसमें लोगों को अपना सीक्रेट पिन, ओटीपी, सीवीवी, पासवर्ड, अन्य गोपनीय जानकारी किसी से भी साझा न करने एवं किसी अनजान व्यक्ति के खाते में पैसे न भेजने तथा किसी अनजान वीडियों कॉल न रिसीव करने आदि के बारे में जागरुक किया गया । प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी बृजेश कुमार श्रीवास्तव व साइबर विशेषज्ञ डॉ रक्षित टण्डन द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान कर उन्हे कार्यस्थल पर बेहतर प्रदर्शन करने के निर्देश दिये गए । साइबर विशेषज्ञ द्वारा पुलिस कर्मियों को अत्याधुनिक साइबर अपराध से बचाव हेतु लोगो को जागरुक करने व किसी साइबर फ्राड के मामले में अनावरण के लिये बताया गया कि एसएमएस की सत्यता की जाँच करना, ऑनलाइन शापिंग से बचाव, गुगल पे/फोन पे/पेटीएम से सावधानी पूर्वक भुगतान करने के सम्बन्ध में, इन्स्टाग्राम/फेसबुक/व्हट्सअप हैक होने पर क्या करें, विक्टिम के साथ फ्राड होने पर पुलिस अधिकारी के रूप में विक्टिम से कौन कौन सी जानकारी ले, साइट्रेन के बारे में बताया गया कि साइट्रेन के माध्यम से किस तरह से प्रशिक्षण प्राप्त करें आदि जानकारी दी गयी ।
साथ ही कार्यक्रम में प्रख्यात साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट डॉ रक्षित टंडन द्वारा ऑनलाइन फेसबुक पेज के माध्यम से जुड़कर जनपदीय पुलिस लाइन, थानों एवं विभिन्न स्कूल/कॉलेज तथा संस्थानों पर लगाए गए प्रोजेक्टर एवं टीवी स्क्रीन व विभिन्न माध्यमों से सभी को एक साथ साइबर अपराध से बचने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए गये । उनके द्वारा बताया गया की कभी भी किसी के साथ अपने खातों की डिटेल शेयर ना करें, अंजान लिंक को कभी ना खोलें और सोशल मीडिया का इस्तेमाल बेहद सावधानीपूर्वक करें तथा अपने डिजिटल दस्तावेजों को ऑनलाइन सुरक्षित रखें । किसी भी प्रकार की साइबर क्राइम सम्बन्धी शिकायत को दर्ज करने हेतु नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के टोल फ्री नं0 1930 डायल करे और अपने बैंक को घटना के सम्बन्ध में अवगत कराते हुये नजदीकी थाने की साइबर सेल या जनपदीय साइबर क्राइम पुलिस थाना में सम्पर्क करे । ऑनलाइन जागरुकता कार्यक्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक से वार्ता कर विभिन्न विद्यालय के छात्र-छात्राओं/स्टाफ, ग्राम प्रधानों के माध्यम से ग्राम सभा के लोगों, व्यापारियों, सम्भ्रान्त व्यक्तियों एवं विभिन्न विभागों के निजी एवं सरकारी अधि0/कर्म0गणों सहित 01 लाख से अधिक आमजनमानस के लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया ।

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