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शुक्रवार, 15 दिसंबर 2023

बरेली की शिक्षिका नेहा असमत ने अपनाया सनातन धर्म, महाकाल के दरबार में लगाई हाजिरी

यूपी के बरेली में मुस्लिम समाज की एक और युवती ने घर वापसी करते हुए सनातन धर्म अपना लिया है। पेशे से टीचर नेहा असमत भगवान शिव को आराध्य मानती हैं और महाकाल के दरबार में हाजिरी लगा चुकी हैं। तीन तलाक और हलाला का डर सताता था तो उन्होंने स्वेच्छा से जीने की नई राह चुन ली है। परिवार ने अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई तो नेहा ने मीडिया के सामने सच्चाई सामने रखी है और कट्टरपंथी परिवार से अपनी जान का खतरा बताते हुए प्रशासन, पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।सनातन धर्म अपनाकर नेहा असमत से नेहा सिंह बनी टीचर बरेली की मुस्लिम बहुल फाइक एन्क्लेव कॉलोनी की रहने वाली हैं। पिता असगर अली बीज विकास निगम में लेखाकार थे, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। नेहा ने बताया कि शुरू से ही उनको सनातन धर्म से प्रेम था। बरेली कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद वे अभी बीएड की पढ़ाई कर रहीं हैं। अध्यापन कार्य भी शुरू कर चुकी हैं। वह पढ़ी-लिखी और नौकरीपेशा हैं और अपना भला बुरा अच्छे से जानती हैं।नेहा ने बताया कि उनकी बहन शबाना, गजाला, बहनोई डॉ. आसिफ और तनवीर अहमद मां रानी बेगम के साथ मिलकर उनकी शादी ऐसे अधेड़ शख्स से करने का षडयंत्र कर रहे थे, जो अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद उसका हलाला करा चुका था। परिवार का ऐसा खराब फैसला उनको मंजूर नहीं था, तो इसका विरोध किया। इसे लेकर परिवार उनको परेशान करने लगा और तरह-तरह का दबाव बनाने लगा। इस्लाम में व्याप्त बुराइयों से उन्हें भविष्य को लेकर डर सता रहा था। अपने भविष्य की सोचकर उन्होंने स्वेच्छा से घर छोड़ दिया और इस्लाम को त्यागकर वैदिक रीति रिवाज से सनातन धर्म अपना लिया है। वह भगवान शिव की आराधना करती हैं और महाकाल का अशीर्वाद भी ले चुकी हैं।नेहा के अनुसार, उनके सनातनी बनने से कट्टरपंथी परिवार, उलेमा और मुस्लिम ठेकेदार बौखला गए हैं और षडयंत्र के साथ उनके सहकर्मी संजय नगर निवासी मोहित सिंह के खिलाफ बरेली के थाना बारादरी में अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी है। जबकि अपहरण की कहानी में दूर-दूर तक कोई सच्चाई नहीं हैं। नेहा ने कहा कि उसने मर्जी से घर छोड़ा है और बगैर किसी दबाव के सनातन धर्म अपनाया है। कट्टरपंथी परिवार से उन्हें जान का खतरा है। वे लोग कभी भी उसकी हत्या करा सकते हैं। नेहा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बरेली की डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर परिवार से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। उसने यह भी कहा है कि अगर सुरक्षा को लेकर उसे कोई भी परेशानी हुई तो उसका जिम्मेदार उसका परिवार होगा।

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