प्रयागराज एसोसिएशन ऑफ ओटोरहिनोलारिंजोलॉजिस्ट ऑफ इंडिया का 40 वां वार्षिक सम्मेलन-यूपीएओआईसीओएन-2023, दिसंबर–8 से संगम नगरी के यूनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (यूआईएमएस), प्रयागराज में आयोजित होने जा रहा है।इस आयोजन में पूरे उत्तर प्रदेश से लगभग 300 प्रतिनिधि संकाय सदस्य आएंगे।इस सम्मेलन में दिल्ली, राजस्थान, बेंगलुरु, हरियाणा और कोलकाता से कुछ वरिष्ठ सर्जन आ रहे हैं।कॉन्फ्रेंस के पहले दिन 8 दिसंबर को सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक जीवित मरीजों पर कान, नाक, गला, सिर, गर्दन और खोपड़ी के आधार की विभिन्न सर्जरी पर सर्जिकल प्रक्रियाओं का लाइव प्रदर्शन किया जाएगा। 9 और 10 दिसंबर को व्याख्यान, आमंत्रित व्याख्यान, मुख्य भाषण, संगोष्ठी, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता पोस्टर प्रस्तुतियाँ, प्रतिनिधियों द्वारा निःशुल्क पेपर प्रस्तुतियाँ होंगी, जबकि स्नातकोत्तर छात्र प्रतिस्पर्धी सत्रों में पेपर प्रस्तुत करेंगे।आयोजन सचिव डॉ. प्रभात श्रीवास्तव ने कहा कि लगभग 60 स्नाकोत्तर छात्रों के शवों पर कान, नाक,गले, सिर शिव, गर्दन और खोपड़ी के आधार की सर्जरी का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।इस सम्मेलन में कुछ उल्लेखनीय सर्जनों में जयपुर राजस्थान से डॉ.सतीश जैन बैंगलोर से, डॉ. विजेंद्र होनुरप्पा,डॉ.श्रीनिवास डोरासला, मेदांता गुड़गांव से डॉ. के .के हांडा और कोलकाता से डॉ. सुदीप्तो चंद्रा,डॉ. किशुक चटर्जी शामिल है।इसके अलावा उत्तर प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजो के वरिष्ठ नाक, कान, गला, बेस सर्जन एवं प्रशिक्षु छात्र सर्जन सम्मेलन में भाग लेंगे।
इस सम्मेलन में भाग लेने वाले डॉ. विचार विमर्श से नई चीज सीखेंगे और अंततः यह उन रोगियों के लिए फायदेमंद होगा जिनका इन डॉक्टरो द्वारा इलाज किया जाएगा इस प्रकार इस सम्मेलन से रोगी और समाज को लाभ मिलेगा।
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