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शुक्रवार, 3 नवंबर 2023

छठ पर्व से पूर्व बहुरने लगे सेठघाट व लखीमपुर सदानीरा "उल्ल नदी" के दिन

● लखीमपुर नगर पालिका अध्यक्ष ने घाट पर पहुंच कर लिया सफाई का जायजा, दिए आवश्यक निर्देश

लखीमपुर। अपनी बदहाली पर आंसू बहाते हुए विकास की बाट जोह रही लखीमपुर की सदानीरा उल्ल नदी के बहुरने के दिन आने लगे हैं। आज सेठघाट मंदिर पहुंची नगर पालिका परिषद अध्यक्ष डॉ0 इरा श्रीवास्तव ने मंदिर में दर्शन, पूजन कर सेठघाट व उल्ल नदी की सफाई का जायजा लिया और साथ ही सफाईकर्मियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
उल्लेखनीय है कि दलदली क्षेत्र से निकलने वाली खीरी जिले में लगभग 95 किलोमीटर वनीय, तराई क्षेत्र को लाभान्वित करने वाली यह उल्ल नही लखीमपुर की सदानीरा कही जाती है। हर वर्ष इस सेठघाट पर सूर्य आस्था का महापर्व छठ धूमधाम से मनाया जाता है जिसके चलते छठ पर्व से पूर्व यहां की दशा सुद्रढ़ हो जाती है। इस बार भी नदी घाट व उसके आसपास इलाके की साफ सफाई पूरी तेजी के साथ शुरू हो गयी है। हालांकि यह सेठघाट का यह इलाका नगर पालिका परिषद के कार्य क्षेत्र में नही है इसके बावजूद नगर पालिका अध्यक्ष के निर्देश पर पालिका परिषद की पूरी टीम बीते कुछ दिनों से छठ व्रतधारियों के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए स्वच्छता के लिए प्रयासरत है। नगर पालिका कर्मचारी जहाँ एक तरफ जेसीबी मशीन से घाट के किनारे किनारे साफ सफाई कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ नाव में बैठकर नदी के अंदर की साफ सफाई कर उसे स्वच्छ, निर्मल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। विडंबना है कि पूरे साल गंदगी, उत्सर्जित विसर्जित सामग्री से यह रीवर सीवर बनी नजर आती है। कभी कभार नदी संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण पर काम कर रहे सेवी चेतते तो नजर आते हैं लेकिन उनके प्रयास यहां ऊंट के मुंह मे जीरा नजर आते हैं। बेशक सोशल मीडिया में बड़ी बड़ी बातें या दावे होते दिखते हों लेकिन जमीनी तौर पर सेठघाट विकास व स्वच्छता की बाट जोहता ही नजर आता है। खैर नगर पालिका अध्यक्ष के इस प्रयास से शहर के लोगो मे आस जगी है कि शीघ्र ही इस प्राचीन सेठघाट मन्दिर के घाट व उल्ल नदी स्वच्छ होकर पूर्ववत आस्था की छटा बिखेरेंगे और दर्शनार्थियों, श्रद्धालुओ को अपनी तरफ आकर्षित करेंगे।

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