Breaking

बुधवार, 11 अक्टूबर 2023

भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्‍टन शालिजा धामी ने एयरफोर्स डे पर की परेड की अगुआई कर , वायुसेना में इतिहास रचा

प्रयागराज। ग्रुप कैप्‍टन शालिजा धामी ने एयरफोर्स डे पर प्रयागराज में   भारतीय वायुसेना की  91वीं वर्षगांठ पर कमान संभाली। प्रयागराज के बमरौली एयरफोर्स बेस पर इस आयोजन की खास बात रही कि परेड की अगुआई पहली बार एक महिला अधिकारी ने की। वायुसेना दिवस परेड की कमान ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी के हाथ रही। शालिजा एक हेलिकॉप्टर पायलट हैं। वह वेस्‍टर्न सेक्‍टर में मिसाइल स्क्वॉड्रन का नेतृत्व भी करती हैं। उन्‍हें 2003 में वह वायुसेना में कमीशंड अफसर बनी थीं।इसी साल मार्च में ग्रुप कैप्‍टन शालिजा धामी को वेस्‍टर्न सेक्‍टर के फ्रंटलाइन कॉम्‍बेट यूनिट की कमान का हेड चुना गया था। वायुसेना के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक महिला अफसर को फ्रंटलाइन कॉम्‍बेट यूनिट की कमान सौंपी गई।ग्रुप कैप्‍टन शालिजा धामी के पास 2800 घंटे से ज्‍यादा का फ्लाइंग एक्‍सपीरियंस है। इतना ही नहीं शालिजा एक क्‍वालिफाइड फ्लाइंग इंस्‍ट्रक्‍टर रही हैं। इससे पहले वह वेस्‍टर्न सेक्‍टर में हेलीकॉप्‍टर यूनिट में फ्लाइट कमांडर रह चुकी हैं।
इंडियन एयरफोर्स में ग्रुप कैप्‍टन का पद आर्मी में कर्नल के बराबर माना जाता है।एयरफोर्स में कमीशन्ड आधिकारी का पद फ्लाइंग ओफिसर से शुरू होता है।फिर फ्लाइट लेफ्टिनेंट,स्क्वाड्रन लीडर उसके बाद विंग कमांडर फिर ग्रुप कैप्टन का पद मिलता है। धामी को दो मौकों पर सम्मानित किया जा चुका है। धामी की तैनाती फ्रंटलाइन कमांड हेडक्‍वॉर्टर की ऑपरेशनंस ब्रांच में है। फ्रंटलाइन कॉम्‍बेट यूनिट की कमान संभालने का मौका वायुसेना के इतिहास में पहली बार किसी महिला अफसर को दिया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Post Comments