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मंगलवार, 3 अक्तूबर 2023

भारत और भारतीयता के लिए समर्पित रहा महंत अवेद्यनाथ का जीवन : सीएम योगी

गोरखपुर। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज का जीवन अपने गुरु युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज के आदर्शों के अनुरूप भारत और भारतीयता के लिए, सामाजिक जीवन मूल्यों के लिए, राष्ट्र कल्याण के लिए समर्पित रहा है। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवेद्यनाथ ने जिन परिस्थितियों में कार्य किया वे चुनौतीपूर्ण थे। उस समय देश में जो दुष्प्रवृतियां थी उनके खिलाफ मुखर होकर इन्होंने कार्य किया, जिसकी प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है।सीएम योगी युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ  महाराज की 54वीं तथा राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ महाराज की 9वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक श्रद्धांजलि समारोह के अंतिम दिन मंगलवार (आश्विन कृष्ण चतुर्थी) को महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे थे। श्रद्धांजलि समारोह में अपने भावों को शब्द रूप देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रह्मलीन महंतद्वय की पुण्य स्मृति में साप्ताहिक कार्यक्रम के दौरान जो भी विषय रहे, उनका केंद्र देश और धर्म था। यही विषय ब्रह्मलीन महंतद्वय के जीवन के भी केंद्र रहे। उन्होंने दोनों पूज्य संतों को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा*भारत और भारतीयता के लिए समर्पित रहा महंत अवेद्यनाथ का जीवन सीएम योगी गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज का जीवन अपने गुरु युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज के आदर्शों के अनुरूप भारत और भारतीयता के लिए, सामाजिक जीवन मूल्यों के लिए, राष्ट्र कल्याण के लिए समर्पित रहा है। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ एवं महंत अवेद्यनाथ ने जिन परिस्थितियों में कार्य किया वे चुनौतीपूर्ण थे। उस समय देश में जो दुष्प्रवृतियां थी उनके खिलाफ मुखर होकर इन्होंने कार्य किया, जिसकी प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है।सीएम योगी युगपुरुष ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ  महाराज की 54वीं तथा राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ महाराज की 9वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में आयोजित साप्ताहिक श्रद्धांजलि समारोह के अंतिम दिन मंगलवार (आश्विन कृष्ण चतुर्थी) को महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे थे। श्रद्धांजलि समारोह में अपने भावों को शब्द रूप देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रह्मलीन महंतद्वय की पुण्य स्मृति में साप्ताहिक कार्यक्रम के दौरान जो भी विषय रहे, उनका केंद्र देश और धर्म था। यही विषय ब्रह्मलीन महंतद्वय के जीवन के भी केंद्र रहे। उन्होंने दोनों पूज्य संतों को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि महंतद्वय के संकल्पों के अनुरूप गोरक्षपीठ पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी।श्रद्धांजलि समारोह में रोहतक हरियाणा से पधारे अलवर राजस्थान के सांसद महंत बालकनाथ ने कहा कि आज हमारा वंश जिस धरातल पर टिका हुआ है, उसके निर्माण में बहुत बड़ा श्रेय गोरक्षपीठ का रहा है। उन्होंने कहा कि महंत दिग्विजयनाथ व महंत अवेद्यनाथ के पदचिन्हों पर चलते हुए योगी आदित्यनाथ  को भी आने वाला समय एक युगपुरुष के रूप में जानेगा। जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य ने कहा कि श्रद्धांजलि में श्रद्धा का सबसे बड़ा विधान है। यह श्रद्धा, विश्वास का प्रतीक है। गोरक्षपीठ के ब्रह्मलीन महंतद्वय ने इस राष्ट्र को एक  करने में अपना अमूल्य योगदान दिया । नैमिषारण्य से पधारे स्वामी विद्या चैतन्य ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ जी ने राम जन्मभूमि व गोरक्षा जैसे विषयों का आगे आकर नेतृत्व किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक सुभाष जी कहा कि गोरक्षपीठ के संत महापुरुषों की एक लंबी परंपरा है। सभी ने भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक पहचान के लिए कार्य किया। अयोध्या से पधारे पूर्व सांसद महंत डॉ रामविलास दास वेदांती ने कहा कि महंत  अवेद्यनाथ राष्ट्रसंत नहीं अपितु अंतर्राष्ट्रीय संत थे क्योंकि उन्होंने पूरे विश्व के हिंदुओं को राम जन्मभूमि के लिए जगा दिया था। जिस राम जन्मभूमि में रामलला के प्राकट्य का नेतृत्व महंत दिग्विजयनाथ ने किया उस आंदोलन को महंत अवेद्यनाथ जी ने आगे बढ़ाया। अयोध्या से पधारे जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य ने कहा कि गोरक्षपीठ का समग्र विश्व के ऊपर जो उपकार है उसका प्रति उपकार करने का सामर्थ्य किसी में नहीं है।श्रद्धांजलि समारोह में गोरखपुर के सांसद रविकिशन, देवरिया के सांसद डॉ रमापति राम त्रिपाठी, डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल, गोरखपुर के महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पूनम टंडन, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जेपी सैनी, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एके सिंह, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष व पूर्व कुलपति प्रो उदय प्रताप सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से डॉ आरपी त्रिपाठी, चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज की तरफ से संरक्षक एसके अग्रवाल, दवा विक्रेता समिति से अध्यक्ष योगेंद्र दुबे, पंजाबी समाज की तरफ से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष सरदार जसपाल सिंह, सिंधी समाज की तरफ से लक्ष्मण नारंग, व्यापार मंडल की तरफ से पूर्व महापौर सीताराम जायसवाल, थोक वस्त्र व्यवसायी की तरफ से राजेश नेभानी ने भी विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय जंगल भूषण के संस्थापक राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की पुण्यस्मृति को समर्पित महाविद्यालय द्वारा प्रकाशित वार्षिक पत्रिका का विमोचन मंचासीन अतिथिगण द्वारा किया गया। सरस्वती वंदना तथा श्रद्धांजलि गीत महाराण प्रताप बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस गोरखपुर की छात्राओं,  वैदिक मंगलाचरण रंगनाथ, गोरक्षाष्टक पाठ गौरव तिवारी एवं आदित्य पांडेय, महंत अवेद्यनाथ स्त्रोतपाठ डॉ प्रांगेश मिश्र तथा संचालन माधवेंद्र राज ने किया। कार्यक्रम में जगतगुरु रामानंदाचार्य, महंत चेताई नाथ, महंत शेरनाथ जी बापू, महंत सुरेश दास, महंत शिवनाथ, योगी कमलनाथ, स्वामी नारायण गिरी, महंत गंगादास, महंत मिथलेशनाथ, महंत रवींद्र दास, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह,  विधायक विपिन सिंह, अंकुर राज त्रिपाठी, महेंद्र पाल सिंह, श्यामधनी राही आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कि महंतद्वय के संकल्पों के अनुरूप गोरक्षपीठ पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी।श्रद्धांजलि समारोह में रोहतक हरियाणा से पधारे अलवर राजस्थान के सांसद महंत बालकनाथ ने कहा कि आज हमारा वंश जिस धरातल पर टिका हुआ है, उसके निर्माण में बहुत बड़ा श्रेय गोरक्षपीठ का रहा है। उन्होंने कहा कि महंत दिग्विजयनाथ व महंत अवेद्यनाथ के पदचिन्हों पर चलते हुए योगी आदित्यनाथ  को भी आने वाला समय एक युगपुरुष के रूप में जानेगा। जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य ने कहा कि श्रद्धांजलि में श्रद्धा का सबसे बड़ा विधान है। यह श्रद्धा, विश्वास का प्रतीक है। गोरक्षपीठ के ब्रह्मलीन महंतद्वय ने इस राष्ट्र को एक  करने में अपना अमूल्य योगदान दिया । नैमिषारण्य से पधारे स्वामी विद्या चैतन्य ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ जी ने राम जन्मभूमि व गोरक्षा जैसे विषयों का आगे आकर नेतृत्व किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक सुभाष जी कहा कि गोरक्षपीठ के संत महापुरुषों की एक लंबी परंपरा है। सभी ने भारत के सामाजिक, सांस्कृतिक पहचान के लिए कार्य किया। अयोध्या से पधारे पूर्व सांसद महंत डॉ रामविलास दास वेदांती ने कहा कि महंत  अवेद्यनाथ राष्ट्रसंत नहीं अपितु अंतर्राष्ट्रीय संत थे क्योंकि उन्होंने पूरे विश्व के हिंदुओं को राम जन्मभूमि के लिए जगा दिया था। जिस राम जन्मभूमि में रामलला के प्राकट्य का नेतृत्व महंत दिग्विजयनाथ ने किया उस आंदोलन को महंत अवेद्यनाथ जी ने आगे बढ़ाया। अयोध्या से पधारे जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी विश्वेश प्रपन्नाचार्य ने कहा कि गोरक्षपीठ का समग्र विश्व के ऊपर जो उपकार है उसका प्रति उपकार करने का सामर्थ्य किसी में नहीं है।श्रद्धांजलि समारोह में गोरखपुर के सांसद रविकिशन, देवरिया के सांसद डॉ रमापति राम त्रिपाठी, डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल, गोरखपुर के महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पूनम टंडन, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जेपी सैनी, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एके सिंह, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष व पूर्व कुलपति प्रो उदय प्रताप सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से डॉ आरपी त्रिपाठी, चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज की तरफ से संरक्षक एसके अग्रवाल, दवा विक्रेता समिति से अध्यक्ष योगेंद्र दुबे, पंजाबी समाज की तरफ से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष सरदार जसपाल सिंह, सिंधी समाज की तरफ से लक्ष्मण नारंग, व्यापार मंडल की तरफ से पूर्व महापौर सीताराम जायसवाल, थोक वस्त्र व्यवसायी की तरफ से राजेश नेभानी ने भी विचार व्यक्त किए। 
इस अवसर पर महाराणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय जंगल भूषण के संस्थापक राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की पुण्यस्मृति को समर्पित महाविद्यालय द्वारा प्रकाशित वार्षिक पत्रिका का विमोचन मंचासीन अतिथिगण द्वारा किया गया। सरस्वती वंदना तथा श्रद्धांजलि गीत महाराण प्रताप बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस गोरखपुर की छात्राओं,  वैदिक मंगलाचरण रंगनाथ, गोरक्षाष्टक पाठ गौरव तिवारी एवं आदित्य पांडेय, महंत अवेद्यनाथ स्त्रोतपाठ डॉ प्रांगेश मिश्र तथा संचालन माधवेंद्र राज ने किया। कार्यक्रम में जगतगुरु रामानंदाचार्य, महंत चेताई नाथ, महंत शेरनाथ जी बापू, महंत सुरेश दास, महंत शिवनाथ, योगी कमलनाथ, स्वामी नारायण गिरी, महंत गंगादास, महंत मिथलेशनाथ, महंत रवींद्र दास, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह,  विधायक विपिन सिंह, अंकुर राज त्रिपाठी, महेंद्र पाल सिंह, श्यामधनी राही आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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