प्रयागराज।लोकसभा चुनाव 2024 से पहले इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच नूरा कुश्ती चल रही है।सपा और कांग्रेस में चल रही नूरा कुश्ती को लेकर ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी चुटकी ली है। एआईएमआईएम ने कांग्रेस और सपा के बीच हो रही बयानबाजी को लेकर निशाना साधा है।एआईएमआईएम के प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद फरहान ने कहा है कि अखिलेश यादव के चेहरे से सेक्युलरिज्म का नकाब उतर गया है। फरहान ने आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव पूरी तरह से बीजेपी के दबाव में काम कर रहे हैं,क्योंकि उन्हें अब ईडी और सीबीआई का डर सता रहा है।मोहम्मद फरहान ने कहा है कि अखिलेश यादव को डर लगना भी स्वाभाविक है,क्योंकि कैग ने जो ऑडिट रिपोर्ट पेश की है, उसमें गोमती रिवर फ्रंट निर्माण में 97 हजार करोड़ का घोटाला उजागर हुआ है।सपा शासन काल में हुए गोमती रिवर फ्रंट और खनन घोटाले में ईडी व सीबीआई की जांच चल रही है। इसके अलावा भी ऐसे कई घोटाले हैं, जिनकी भी जांच चल रही है और समाजवादी पूरी तरह से बीजेपी के दबाव में आ चुकी है।
मोहम्मद फरहान ने कहा कि मुसलमानों को अब समाजवादी पार्टी से सावधान हो जाना चाहिए,क्योंकि अगर मुसलमान समाजवादी पार्टी को वोट करता है तो सीधे तौर पर इसका लाभ भारतीय जानता पार्टी को होता है, क्योंकि समाजवादी पार्टी में अब यह हैसियत नहीं बची है कि वह भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त दे सके।मुसलमानों से अपील है कि वह समाजवादी पार्टी को वोट देकर अपना वोट खराब ना करें। फरहान ने कहा है कि मुसलमान को चाहिए कि बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी क्योंकि मुसलमानों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं।इसलिए मुसलमान उनकी पार्टी एआईएमआईएम को वोट करें।
एआईएमआईएम के किसी भी गठबंधन में शामिल न होने के सवाल पर फरहान ने कहा है कि भले ही उनकी पार्टी किसी गठबंधन में शामिल नहीं है, लेकिन उनके पार्टी के नेता बिहार के सीएम नीतीश कुमार की तरह यह तो नहीं कह रहे हैं कि उनकी दोस्ती बीजेपी से अनंत काल तक बनी रहेगी। फरहान ने कहा कि एआईएमआईएम पूरी मजबूती से हिंदुस्तान में बीजेपी के खिलाफ लड़ रही है। फरहान ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस और सपा के बीच हो रही बयानबाजी का सीधे तौर पर लाभ भाजपा को ही होगा। फरहान ने कहा कि यादव परिवार और गांधी परिवार दोनों मुसलमानों की बर्बादी की सबसे बड़ी वजह हैं।
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