● राजधानी की तीन प्रमुख संस्थाओं द्वारा समन्वित रूप से किया गया श्रीमती तिवारी का सम्मान
लखनऊ । उत्सवधर्मिता से युक्त नवरात्र का पावन दिवस। 51 शक्तिपीठ तीर्थ परिवार के लिए आह्लाद से युक्त एक गौरवपूर्ण क्षण। अवसर था तीर्थ न्यास की अध्यक्ष तृप्ति तिवारी को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की प्रतिष्ठित सीनियर फेलोशिप मिलने पर राजधानी की तीन अग्रणी संस्थाओं द्वारा उनके सारस्वत अभिनंदन का। स्थान था राजधानी के बख्शी का तालाब स्थित 51 शक्तिपीठ तीर्थ अवस्थित 64 योगनियों के प्रतीक स्तम्भों से सुसज्जित गर्भगृह। साक्षी थीं दिव्य विग्रहरूप जगज्जननी तपस्विनी माँ पार्वती।
यह अवसर इस निमित्त और भी महत्त्वपूर्ण हो गया कि तीर्थ-संस्थापक ब्रह्मलीन श्रद्धेय पं. रघुराज दीक्षित 'मंजु' की साकार हो रहीं परिकल्पनाओं की श्रृंखला में एक स्वर्णिम कड़ी को जोड़ने का सौभाग्य तीर्थ न्यास की अध्यक्ष तृप्ति तिवारी को मिला है। ब्रह्मलीन गुरुदेव दीक्षित जी का अभिमत और स्वप्न था कि तीर्थ की धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों के साथ-साथ शक्ति से संबंधित संदर्भों पर वृहद शोध-अध्ययन का कार्य हो। उन्हीं के संकल्प और शुभाशीष का सुफल है कि उनकी पुत्री तृप्ति तिवारी को संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 'लोक-साहित्य में देवी आस्था के विविध आयाम' विषय पर शोध हेतु राष्ट्र की प्रतिष्ठित फेलोशिप प्रदान की गई है। इस महत्त्वपूर्ण उपलब्धि के परिप्रेक्ष्य में सेवा और जागरूकता के विविध क्षेत्रों में संलग्न राजधानी लखनऊ की तीन प्रमुख संस्थाओं हौसला फॉउंडेशन, रामेश्वरी-जगदीश योगक्षेम ट्रस्ट और इमेज मीडिया एवं पब्लिकेशन ग्रुप ने समन्वित रूप से माँ भगवती के वामावर्त अवस्थित मंच पर अध्येता श्रीमती तिवारी का समारोहपूर्वक अभिनंदन किया। हौसला फॉउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेहा सिंह , इमेज मीडिया और प्रकाशन समूह की निदेशक पंखुड़ी सिंह ने माल्यार्पण कर तथा रामेश्वरी-जगदीश योगक्षेम ट्रस्ट के अध्यक्ष व नशामुक्त भारत अभियान के प्रादेशिक सह-संयोजक नागेंद्र बहादुर सिंह चौहान ने पुष्पगुच्छ भेंट कर श्रीमती तिवारी का भावपूर्ण अभिनंदन किया। इस अवसर पर उपस्थित राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित रचनाधर्मी यदुनाथ सिंह मुरारी ने शोध-लेखन सामग्री भेंट की।
संस्थात्रय द्वारा किए गए अभिनंदन से अभिभूत अध्येता एवं तीर्थ न्यास अध्यक्ष ने कहा कि परमश्रद्धेय पिताजी के सपनों को पूरा करना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है। लेखक श्री मुरारी ने श्रीमती तिवारी किए जा रहे शोध-कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह शोध शाक्त-पथ का सीमा-संकेतक (मील का पत्थर) सिद्ध होगा। नागेंद्र बहादुर सिंह चौहान ने कहा कि श्रीमती तिवारी द्वारा किया जा रहा शोध कार्य तीर्थ और क्षेत्र का गौरव-संवर्द्धन करेगा। हौसला फॉउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेहा सिंह ने कहा कि अध्यात्म-शोध के क्षेत्र में श्रीमती तिवारी का योगदान और कृतित्त्व अत्यंत प्रेरणादायी है।
कार्यक्रम में नशामुक्त आंदोलन में महती भूमिका के लिए प्रदेश सह-संयोजक नागेंद्र बहादुर सिंह का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर तीर्थ की सह-संस्थापिका पुष्पा दीक्षित, रत्ना पाठक, आचार्य धनञ्जय पाण्डेय, आचार्य अनुराग पाण्डेय, भानु सिंह, गीता पाण्डेय सहित समस्त आचार्यगण, तीर्थ के सेवा-साधक, श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
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