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रविवार, 6 अगस्त 2023

चित्रकूट / संग्रामपुर गांव आए पाकिस्तान के दो हिन्दू परिवार

पाकिस्तान के दो हिंदू परिवार के 15 सदस्य चित्रकूट जिले के संग्रामपुर गांव पहुंचे। जहां गांव का एक युवक जो संस्था चलता है ।उनको अपने एक घर में शरण दिया। इस बात की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया। कुछ देर मेें सोशल मीडिया मेें पाकिस्तानी आने की खबर चलने लगी। मौके पर एलआइयू सहित पुलिस अधिकारी पहुुंचकर आने वालों से घंटो पूछताछ की। किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है। जबकि शरण देने वाले युवक को   पुलिस अधिकारियों का कहना कि मामला गंभीर है। सही जांच करने के बाद ही जानकारी दी जाएगी।
शुक्रवार को दो हिंदू परिवार के 15 सदस्य संग्रामपुर गांव कमलेश कुमार के घर पहुंचे। जहां पर सभी के रुकने के लिए उसने इंतजाम किया। कुछ देर बाद गांव वालों को जानकारी हुई कि गांव में आने वाले सभी पाकिस्तान के रहने वाले हैं। इससे गांव में हड़कंप मच गया। धीरे-धीरे यह खबर सोशल मीडिया में भी फैलने लगी। जानकारी होने पर पुलिस फोर्स संग्रामपुर गांव पहुंच गया। घर को चारों तरफ से घेर लिया। इसके बाद एलआइयू के उपाधीक्षक अनुज मिश्र पहुंचकर पूछतांछ करने में जुट गए। किसी अन्य से नहीं मिलने दिया गया। कहा गया कि मामला बहुत गंभीर है। किसी से मिलने नहीं दिया जाएगा।
पाकिस्तानी परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह कराची के खैरपुर के रहने वाले हैं। पाकिस्तान में महंगाई के चलते उनको रोजगार नहीं मिल रहा था। वहां हमेशा हिंदू परिवारों को प्रताड़ित किया जाता है। इस माहौल को देखकर उन्होंने भारत जाने का निर्णय लिया। जून माह मेें पाकिस्तान छोड़ दिया। इसके बाद पाकिस्तान से वीजा लेकर इंडिया आ गए। दिल्ली के भाटी माइन्स मेेें अपने रिश्तेदार के यहां रुक गए। जहां पर उनका 45 दिनों का वीजा खत्म हो गया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के एमबीसी में वीजा को रिनवल कराने के लिए अप्लाई किया। इसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से चित्रकूट के रहने वाले कमलेश कुमार से बात की। कमलेश कुमार दिल्ली पहुंचकर एमबीसी में अपना शपथ पत्र देकर   चित्रकूट ले आये पाकिस्तानी नागरिकों के चित्रकूट में शरण लेने का मामला, एसपी वृन्दा शुक्ला ने मामले में दिया बयान-दिल्ली से ट्रेन माध्यम से चित्रकूट आये थे पाकिस्तानी नागरिक,पूछताछ में अपने आप को बता रहे। पाकिस्तान के हिन्दू परिवार,पाकिस्तान से दो परिवार के 15 लोग आए भारत,पहला ग्रुप पिछले साल के अक्टूबर में आया था भारत,दूसरा ग्रुप जून महीने में आया था। भारत,एक ग्रुप के सदस्यों का वीजा खत्म,स्थानीय अखाड़ों की मदद से रहने और काम की तलाश में आये थे। चित्रकूट,पाकिस्तानी नागरिक जाँच में ओरिजनल डॉक्यूमेंट न दिखाने पर FRO लखनऊ को किया सूचित,जांच तक पाकिस्तानी नागरिकों को पंचायत भवन में किया गया है शिप्ट ।पाकिस्तान से आए इस परिवार के मुखिया का कहना है कि भाारत में ही वह रहना चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी व यूपी के सीएम योगी उनकी मदद करें। भारत की नागरिकता दी जाए।
 दिल्ली से पाकिस्तानियों को लाने वाले कमलेश कुमार पटेल का कहना कि पाकिस्तान मेें हिंदू परिवार का उत्पीडन किया जा रहा है। इससे हिंदू पाकिस्तान से पलायन कर रहे हैं। उनको भारत की नागरिकता दी जाए। उनको यहां पर रोजगार मिले।

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