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सोमवार, 7 अगस्त 2023

आदि विश्वेश्वर” की पूजा-अर्चना याचिका पर शंकराचार्य के शिष्य के केस में बहस 14 अगस्त को

प्रयागराज आदि विश्वेशर की अर्जेन्ट याचिका पर आज अंजुमन इंतजामिया कमेटी के वकील ने कोर्ट में दर्खास दिया और कहा कि हमें भी सुना जाए आदि विश्वेश्वर की पूजा-अर्चना की अर्जेन्ट याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अंजुमन इंतजामिया कमेटी के वकील ने कहा हमें भी सुना जाए जिस पर जज के सामने अंजुमन इंतजामिया कमेटी के वकील ने याचिका की कापी रिसीव की तथा डी एम के वकील कमिश्नर के वकील उपस्थित हुए और याचिका की कापी जज के सामने रिसीव किया। बता दें कि इस वर्ष सावन मास में अधिमास पड़ने की वजह से ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के शिष्य व डोली रथ यात्रा के राष्ट्रीय प्रभारी शैलेन्द्र योगीराज सरकार ने एक अर्जेन्ट याचिका सिविल जज शिखा यादव की अदालत में दाखिल की थी जिससे याचिकाकर्ता शैलेन्द्र योगीराज सरकार ने कोर्ट से कहा था कि हम हिन्दुओं के लिए श्रावण मास में शिव पूजा का विशेष महत्व है। हम हिन्दू लोग श्रावण मास में मिट्टी का पार्थिव शिव लिंग बना कर पूजा करते है। जबकि ज्ञानवापी परिसर में साक्षात शिव लिंग दिखाई पड़ रहा है। ऐसे में इस बार सावन के महीने में अधिमास भी पड़ रहा है जो कई वर्षों बाद पड़ता है इस अधिमास का बहुत महत्व होता है। ऐसे में ज्ञानवापी परिसर में प्रकट हुए शिव लिंग की पूजा अर्चना व राग भोग किया जाना नितांत आवश्यक है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश ड्रयूली प्रोटेक्शन के आदेश के तहत मूर्ति को पूजा पाने का अधिकार मिलना चाहिए। ऐसे मे इस अर्जेन्ट याचिका को स्वीकार करते हुए ज्ञानवापी परिसर में प्रकट हुए शिव लिंग को श्रावण मास में पूजा करने का अधिकार दिया जाए। जिस पर पाँच अगस्त तारीख पड़ी थी लेकिन फाइनल आज सुनवाई के लिए आकाश वर्मा सिविल जज सीनियर डिवीजन एफ टी सी के यहाँ पर पेश हुई। जिस पर आज जज ने चौदह अगस्त को सुनवाई के लिए अगली तारीख मुकर्रर कर दी। याचीकर्ता शैलेन्द्र योगीराज सरकार ने की तरफ से एडवोकेट डाक्टर एस के द्विवेदी बच्चा जी व एडवोकेट भूपेन्द्र सिंह ने पक्ष रखा। अब चौदह अगस्त को अर्जेन्ट याचिका पर होगी बहस ।

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