सिविल सेवा सर्विस एग्जाम 2023 में सफल हुए कुल 25 सफल अभ्यथियों में से यहाँ 8 सफल कायस्थ नवजवानों/नवयुवतियों का सम्मान किया गया। यहाँ जिनका चयन आईएएस, आईपीएस, आईएफ़एस में हुआ है उनका सम्मान हुआ। समारोह का उद्घाटन संगत-पंगत के संस्थापक व पूर्व सांसद आर के सिन्हा ने किया। श्री आर. के. सिन्हा के मार्गदर्शन में संगत-पंगत के बैनर तले इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पूर्व राज्यसभा सांसद श्री आर के सिन्हा ने बताया कि अपने कायस्थ समाज का नाम रोशन कर रहे इन सभी होनहार बच्चों को सम्मानित किया गया है। साथ ही सभागार में उपस्थित सभी कायस्थ समाज के बीच एकजुट होकर आगे बढ़ने की प्रेरणा भी दी गई। इस बात पर कोई संशय नहीं है कि यह सभी नए चयनित कायस्थ कड़ी मेहनत, लगन और दृढ़निश्चय के बल पर इस मुकाम पर पहुंचे हैं, संगत पंगत की ओर से यह कार्यक्रम इन सभी बच्चों के लिए और उनके परिवार के लिये भी एक सम्मान और गौरव की बात है। स्वागत भाषण देते हुए पूर्व आई. पी. एस. अधिकारी उदय सहाय ने कहा, "यह आयोजन भारत के प्रथम लेखक वर्ग की अखिल भारतीय पहचान के बारे में जागरूकता की एक नई शुरुआत करता है, लेकिन राष्ट्र निर्माण में इसकी गौरवशाली विरासत और विरासत का जश्न भी मनाता है।" राज्यसभा भाजपा सांसद, श्री आरके सिन्हा ने इस कार्यक्रम के उद्देश्यों को इस प्रकार विस्तार से बताया "इस वर्ष संगत पंगत ने सिविल सेवाओं में समुदाय के शीर्ष नेताओं तक पहुंचने और उन्हें सम्मानित करने और राष्ट्र निर्माण में उनके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करने के लिए अपने दायरे का विस्तार किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि 1960 बैच के आईएएस, पीपी श्रीवास्तव, दिल्ली-एनसीआर में सबसे पुराने और सबसे वरिष्ठ सिविल सेवक थे।
धन्यवाद प्रस्ताव अशोक श्रीवास्तव एडवोकेट गाजियाबाद के द्वारा पेश किया गया था। अन्य विशिष्ट अतिथियों में नीरा शास्त्री, भूतपूर्व आईपीएस अधिकारी उदय सहाय, राजन कुमार और डॉ अशोक श्रीवास्तव सहित लगभग 50 सेवारत एवं सेवानिर्वित प्रशासनिक अधिकारी अपने परिवार के साथ शामिल हुये।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Post Comments