● कस्तूरबा गांधी में अब मनपरी निकालेगी बच्चियों की मानसिक समस्याओं का हल
● जिला मानसिक स्वास्थ्य टीम द्वारा बच्चियों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति किया गया जागरूक
लखीमपुर खीरी। जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिला पुरुष चिकित्सालय ओयल की मानसिक स्वास्थ्य टीम द्वारा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय राजापुर में बालिकाओं को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान बच्चियों की समस्याओं को बारीकी से समझने के लिए हर कक्षा में एक मनपरी बनाई गई।
इस दौरान नैदानिक मनोवैज्ञानिक स्तुति कक्कड़ द्वारा बच्चों से उनके मन में चल रहे मानसिक बीमारियों के सवालों का जवाब भी दिया गया। बच्चों को मानसिक बीमारी और अन्य बीमारियों के अंतर समझाएं। वहीं मानसिक बीमारी के लक्षण जैसे खुशी और दुख को समझने के विषय में भी बताया। बच्चियों को आने वाली परीक्षाओं के दृष्टिगत होने वाले मानसिक तनाव अवसाद से निपटने के मूल मंत्र भी सिखाए गए। साथ ही यह भी सिखाया गया कि वह अपनी साथी छात्रा से उसकी परेशानी या तनाव के दौरान मदद करें ना कि उपहास करें। इस दौरान मानसिक बीमारियों से ग्रस्त किसी भी बच्चे को पढ़ाई में होने वाली समस्याओं के विषय में काउंसलर देवनंदन श्रीवास्तव द्वारा बताया गया। वहीं बच्चों को अपने साथी से अच्छा व्यवहार करने और उसकी मदद करने के साथ ही उसके उदास रहने पर उसे विभिन्न माध्यमों से हंसाने और उसकी समस्या के बारे में सुनने और अपनी शिक्षिकाओं को बताने की बात कही गई। इन्हीं बच्चों में तीन ऐसी बच्चियों को मनपरी भी बनाया गया जो अपनी क्लास में पढ़ रही अपनी सहयोगी छात्राओं की समस्याओं को समझने और उसे मानसिक टीम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई। इन बच्चियों की मदद और सहयोग के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डन द्वारा शिक्षिका अंजली दीक्षित को नोडल टीचर नामित किया गया। वहीं कक्षा 6 की छात्रा माही मिश्रा, कक्षा 7 से अंजली व कक्षा 8 से निधि गुप्ता को मनपरी बनाया गया। सभी बच्चों को मानसिक बीमारियों को समझने के लिए आई ई सी सामग्री पंपलेट वितरित किए गए। इस दौरान साइकेट्रिक सोशल वर्कर अतुल पांडे, काउंसलर देवनंदन श्रीवास्तव व साइकेट्रिक नर्स विवेक मित्तल सहित विद्यालय प्रधानाचार्य ऊषा बुधवार मौजूद रहीं।
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