उमेश पाल ट्रिपल मर्डर केस को एक सप्ताह गुजरने वाला है। मगर पुलिस के हाथ काफी कुछ नही लगा है। एक तरीके से कह सकते है कि पुलिस के हाथ अभी भी खाली के खाली है। पुलिस ने अब इस हत्याकांड में आरोपी अतीक के बेटे असद सहित पांच फरार आरोपियों पर इनाम की रकम बढ़ा दी गई है। असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर पर इनाम की रकम ढाई लाख से बढ़कर 5-5 लाख रुपए कर दी गई है। वही अतीक की पत्नी पर 25 हज़ार और अतीक के सबसे विश्वासपात्र शूटरो में एक अब्दुल कबी पर 50 हज़ार का इनाम कर दिया है।
इनमे अगर देखा जाए तो चिन्हित आरोपियों में कोई कबाब पराठे बेचता है तो कोई बिरयानी बेचता है। एक शूटर भाजपा नेता का भाई है। भाजपा ने अपने उस अल्पसंख्यक नेता को पार्टी से निकाल दिया है। पुलिस इनामिया अपराधियों के लिए कई जनपद और कई प्रदेश की ख़ाक छान रही है, मगर कोई बड़ी सफलता हाथ अभी तक पुलिस के नहीं लगी है। आइये जानते है कि इस हत्याकांड में कौन कौन से नाम शामिल अभी तक सामने आये है
सदाकत खान (गिरफ्तार)
सदाकत खान एलएलबी का छात्र है और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल में रहता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सदाकत के कमरे में ही शूटरों की मीटिंग हुई। प्लानिंग की एक-एक डिटेल यहीं तैयार हुई थी। सदाकत को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है और कल ही उसके प्रत्यावेदन पर उसकी अदालत ने उसकी न्यायिक हिरासत 11 दिन और बढ़ा दीया है। सूत्रों की माने तो पूछताछ में सदाकत ने बताया है कि साबरमती जेल में बंद अतीक ने उमेश पाल की हत्या की साजिश रची। उसके कहने पर दो लोग बरेली जेल में बंद अशरफ से मिलने पहुंचे थे। जहां शूटरों का नाम और हत्या का पूरा प्लान तैयार हुआ था।
बल्ली पंडित (गिरफ्तार)
बल्ली पंडित अतीक का करीबी रहा है। बल्ली पंडित को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है। अतीक के जेल जाने के बाद बल्ली पंडित शाइस्ता के लिए चुनावी काम देखता था। उमेश पाल हत्याकांड से कुछ दिन पहले का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था। इसमें शाइस्ता के साथ साबिर और बल्ली साथ घूमते दिखे थे। फिलहाल, पुलिस बल्ली के जरिए शाइस्ता के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।
शाइस्ता परवीन (फरार)
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की सूचना देने वाले को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है। पुलिस को शक है उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद सभी शूटर शाइस्ता के किराए वाले मकान में मिलने आए थे। उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता परवीन नामजद आरोपी हैं, जो हत्याकांड के बाद कोर्ट में मामले की पैरवी कर रही थीं।
असद (फरार)
असद अतीक का बेटा है। एलएलबी कर रहा है और उमेश पाल हत्याकांड में सबसे प्रमुख किरदार इसका था। जिस बेख़ौफ़ अंदाज़ में यह गोलियों की बौछार कर रहा था उसका सीसीटीवी फुटेज देख कर इसकी दहशत किसी के भी दिल में बैठ जाये। असद अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा है। उमेश पाल हत्याकांड में असद पर फायरिंग करने का आरोप है। असद की तलाश पुलिस उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल से लेकर नेपाल तक में कर रही है। मगर असद का कोई अता पता नही चल रहा है।
गुड्डू मुस्लिम (फरार)
उमेश पाल हत्याकांड में बमबाजी कर रहे व्यक्ति की शिनाख्त पुलिस गुड्डू मुस्लिम के रूप में कर रही है। सूत्र बताते है कि बम बनाने में माहिर गुड्डू मुस्लिम एक पुराना हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। उत्तर प्रदेश के तमाम माफियाओं से गुड्डू मुस्लिम का सम्बन्ध हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि गुड्डू उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गोरखपुर की तरफ निकला था। ऐसी भी उम्मीद किया जा रहा है कि गुड्डू मुस्लिम वहा से नेपाल जा सकता है। हालांकि, पुलिस को अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है और उसके नेपाल जाने की भी पुष्टि पुलिस नही कर रही है। गुड्डू मुस्लिम के बारे में कहा जाता है कि वह बाइक पर चलते हुवे पीछे बैठ कर बम बना लेता है।
मोहम्मद गुलाम (फरार)
मोहम्मद गुलाम प्रयागराज में स्थानीय एक भाजपा नेता का भाई है। भाजपा ने इस नेता को पार्टी से निकाल दिया है। उमेश पाल हत्याकांड में दुकान के अंदर खड़े दिखे शूटर को मोहम्मद गुलाम बताया जा रहा है, जो असद का बेहद करीबी है। एसटीऍफ़ को आशंका है कि जहा भी होंगे असद और गुलाम एक साथ ही होंगे।
साबिर (फरार)
साबिर अतीक अहमद का बेहद करीबी और भरोसेमंद शख्स बताया जाता है। अतीक अहमद और उसके बेटों के जेल जाने के बाद साबिर ही शाइस्ता परवीन की सुरक्षा में साथ रहने वाला व्यक्ति है। साबिर पर भी उमेश पाल ह
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