● नकहा में विधायक, महिला अस्पताल में सीडीओ ने मनाया कन्याओं का जन्मोत्सव
लखीमपुर खीरी 06 फरवरी। महिला कल्याण विभाग के तत्वावधान में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत सोमवार को जिला महिला अस्पताल, सीएचसी पर कन्या जन्मोत्सव का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें नवजन्मी बालिकाओं के अभिभावको को बेबी किट मिष्ठान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कैलेंडर, बधाई पत्र आदि प्रदान किए।
प्रशासन की इस पहल पर कन्याओं के जन्म लेने पर परिजनों में खुशियां और उत्साह देखने को मिला।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नकहा में सदर विधायक योगेश वर्मा ने नवजन्मी कन्याओं के अभिभावकों को बेबी किट का वितरण किया। विधायक योगेश वर्मा ने कहा कि हमें बेटी के जन्म पर भी खुशी मनानी चाहिए। देश, समाज के विकास के लिए बेटी की परवरिश पर बराबर ध्यान दिया जाएं। बेटियों की शिक्षा के प्रति लोग जागरूक बनें और उन्हें आगे बढ़ने का मौका दें। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं।
जिला महिला चिकित्सालय में सीडीओ अनिल कुमार सिंह ने सीएमएस डॉ ज्योति मल्होत्रा, डीपीओ संजय निगम की मौजूदगी में नवजन्मी बालिकाओं के अभिभावकों को कन्या जन्मोत्सव मनाया। उन्होंने नवजन्मी कन्याओं के अभिभावकों को बेबी किट प्रदान की। इस दौरान प्रचार-प्रसार पंपलेट आदि वितरित किए।
सीडीओ ने कहा कि बेटी के जन्म हमें उत्सव की तरह खुशियां मनानी चाहिए। पुरुषों के अनुपात में महिलाओं की संख्या बहुत कम है। आने वाले समय में इस अनुपात को बढ़ाना है और जब बेटी नहीं रहेगी तो बेटे की कल्पना नहीं की जा सकती है। बेटी घर की लक्ष्मी होती है। जिस घर में बेटी न हो तो घर सुहाना नहीं लगता। आज कल बेटी किसी से कम नहीं है। चाहे देश की रक्षा करने की जिम्मेदारी हो या घर की गृहणी हो, सभी कामों में पुरुषों से दो कदम आगे हैं। बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए नुक्कड़ नाटक जैसी गांव में आयोजन भी किए जा रहे है। वही जिले के अन्य सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ब्लाक प्रमुखों, सदस्यों, जनप्रतिनिधियो व एमओआईसी ने कन्या जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया। बालिकाओं को बेबी किट बधाई पत्र मिष्ठान आदि का वितरण किया।
● जिले भर में बेटियों के बचाने, पढ़ाने का लिया गया संकल्प
"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" योजना के तहत महिला कल्याण विभाग के तत्वावधान में जिलेभर में बेटियों के बचाने, पढ़ाने का संकल्प लिया गया।सभी को संकल्प लिया कि जन्म से पूर्व लिंग परीक्षण का विरोध करेंगे। बेटा एवं बेटी में भेद करने वाली हर सामाजिक कुरीतियों का बहिष्कार करेंगे। कन्या के जन्म का स्वागत करते हुए हर एक बेटी को पढ़ायेंगे। समुचित पोषण एवं गरिमामय व सशक्त जीवन प्रदान करने में सहायक होंगे और इस प्रतिज्ञा के साथ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में सम्मिलित होते हुए अपना समर्थन प्रदान करते रहेंगे।
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