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रविवार, 12 फ़रवरी 2023

चित्रकूट / विधायक अब्बास अंसारी के साथ रोज जेल में 3-4 घंटे बिताती थीं पत्नी निकहत

चित्रकूट। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट की रगौली जिला जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से विधायक अब्बास अंसारी से मुलाकात करने पहुंचीं पत्नी निकहत अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब्बास से चोरी-छिपे निकहत की जेलर के कमरे में मुलाकात कराई जा रही थी। निकहत शुक्रवार को बंदी मुलाकाती रजिस्टर में बिना नाम दर्ज कराए अपने पति अब्बास से मिलने जेल पहुंची थीं। पुलिस ने तलाशी के दौरान निकहत से मोबाइल और रुपए समेत अवैध चीजें भी बरामद की। इस मामले में अब्बास, निकहत और जेल अधीक्षक समेत अन्य जेल कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा से विधायक अब्बास अंसारी जिला जेल रगौली में लगभग दो माह से निरुद्ध हैं।रगौली चौकी प्रभारी श्याम देव सिंह ने इस मामले में कर्वी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है। श्याम देव सिंह के मुताबिक बांदा जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास अंसारी मऊ सीट से विधायक हैं और चित्रकूट जेल में बंद हैं।मुखबिर ने सूचना दी कि अब्बास की पत्नी निकहत बानो अपने ड्राइवर नियाज के साथ पिछले कई दिनों से हर रोज लगभग 11 बजे सुबह में जेल आती हैं और 3-4 घंटे अंदर बिताकर वापस चली जाती हैं।
एफआईआर के मुताबिक निकहत बानो को अब्बास अंसारी से मिलने के लिए कोई पर्ची और रोक-टोक की जरूरत नहीं रहती। जबकि अब्बास के खिलाफ अनेक गंभीर प्रकृति के मुकदमे कोर्ट में विचाराधीन चल रहे हैं। अब्बास चित्रकूट जेल में रहकर अपनी पत्नी के मोबाइल फोन से मुकदमे के गवाहों और अभियोजन से जुड़े अधिकारियों को डराते धमकाते हैं और पैसे की भी मांग करते हैं। वहीं गुर्गे लोगों से रुपया वसूल कर अब्बास तक पहुंचाते हैं।
अब्बास की पत्नी बेरोकटोक जेल में आने जाने और पति को सुविधाएं मुहैया कराने के एवज में जेल अधिकारी और कर्मचारियों को तमाम उपहार, पैसा और प्रलोभन देती हैं। यही नहीं निकहत अपने ड्राइवर नियाज जेल के अधिकारियों और कर्मचारियों की मदद से अब्बास को जेल से भगाने की योजना बना रही है।इस मामले की सूचना पर शुक्रवार को डीएम अभिषेक आनंद और एसपी वृंदा शुक्ला ने सादे कपड़ों में अचानक जेल का दौरा किया तो अब्बास अपनी बैरक में नहीं मिले।यही नहीं कारागार अधीक्षक और कर्मचारियों ने डीएम और एसपी को सहयोग न करते हुए उनको भ्रमित किया। जब डीएम और एसपी ने जेल अधिकारियों ने सख्त लहजे में पूछताछ की तो एक जेलकर्मी ने बताया कि अब्बास अपनी पत्नी निकहत के साथ जेलर ऑफिस के पास वाले कमरे में हैं। वहीं जब अफसरों ने कुछ दूर चलकर बंद कमरे को खुलवाया तो सिर्फ निकहत ही कमरे में मौजूद मिलीं।जेल के गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने एसपी को बताया कि कुछ ही मिनट पहले जेलकर्मी जगमोहन ने अब्बास को उस कमरे से निकालकर दोबारा बैरक की ओर भेज दिया।निकहत बानो की तलाशी लेने पर दो मोबाइल और सोने जैसी धातु की दो रिंग, दो नोज पिन, दो कंगन, दो चेन और नगद 21 हजार रुपए समेत 12 रियाल (विदेशी मुद्रा) बरामद हुए। महिला पुलिसकर्मियों ने निकहत से बरामद मोबाइल फोन को भी खोलने का कहा गया, तब तक उन्होंने कुछ डाटा डिलीट कर दिया। जब निकहत को ऐसा करने से रोका गया तो पुलिस को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। पुलिस ने निकहत से जब उनके मोबाइल के पासवर्ड पूछे तो उसने गलत पासवर्ड बताए, जिससे फोन लॉक हो गया।ऐसा साक्ष्य मिटाने के आशय से किया गया। पुलिस ने निकहत से दोनों मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं।
पुलिस ने इस मामले में विधायक अब्बास अंसारी, निकहत बानो अंसारी, ड्राइवर नियाज, जेल अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार, डिप्टी जेलर पीयूष पांडे और 5 बंदी रक्षकों को आईपीसी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की कई धाराओं में आरोपी बनाया है। निकहत को जेल से गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।जेल डीजी आनंद कुमार ने जेल अधीक्षक, जेलर, डिप्टी जेलर समेत 8 जेल कर्मचारियों पर जांच बैठाई.

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